डर्बी: हरमनप्रीत कौर ( नाबाद 171) के तूफानी शतक की बदौलत भारत ने गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार को 36 रन की शानदार जीत दर्ज कर महिला विश्वकप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचते हुए नया इतिहास रच दिया।
भारत ने छह बार के चैंपियन आस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्षा के कारण विलंब से शुरु हुए दूसरे सेमीफाइनल में हरमनप्रीत के 115 गेंदों पर 20 चौकों और सात छक्कों से सजी नाबाद 171 रन की सर्वश्रेष्ठ पारी की बदौलत निर्धारित 42 ओवर में चार विकेट पर 281 रन का विशाल स्कोर बना दिया।
गत चैंपियन टीम इस विशाल स्कोर के दबाव में और भारतीय गेंदबाजों की सधी गेेंदबाजी के सामने 40.1 ओवर में 254 रन पर ढेर हो गई। एलेक्स ब्लैकवैल ने 56 गेंदों में 90 रन बनाकर भारत का इंतजार बढ़ाया। लेकिन दीप्ति शर्मा ने 41वें ओवर की पहली गेंद पर ब्लैकवैल को बोल्ड कर जीत भारत की झोली में डाल दी।
भारत ने इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही दूसरी बार विश्वकप के फाइनल में जगह बना ली जहां उसका मुकाबला मेजबान इंग्लैंड के साथ 23 जुलाई को ऐतिहासिक लॉड्र्स मैदान पर होगा। भारत ने इस जीत से आस्ट्रेलिया से लीग चरण और 2005 के फाइनल में मिली हार का बदला भी चुका लिया। भारतीय जीत की सूत्रधार रही हरमनप्रीत कौर को प्लेयर आफ द मैच का पुरस्कार मिला।
भारत के पास अब लॉर्ड्स मैदान पर 1983 का इतिहास दोहराने का मौका रहेगा जब भारतीय पुरुष टीम ने कपिल देव के नेतृत्व में वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार विश्वकप जीता था।
सेमीफाइनल में वर्षा के कारण विलंब हुआ और ओवरों की संख्या घटाकर 42-42 कर दी गई। भारतीय कप्तान मिताली राज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का सही फैसला किया। हरमनप्रीत कौर ने करिश्माई बल्लेबाजी करते हुए मात्र 115 गेंदों पर 20 चौके और सात छक्के उड़ाते हुए नाबाद 171 रन की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेल डाली।
हरमनप्रीत ने भारत को दो विकेट पर 35 रन की नाजुक स्थिति से उबारा और कप्तान मिताली (36) के साथ 66 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। मिताली 61 गेंदों में दो चौकों की मदद से 36 रन बनाकर आउट हो गयीं और भारत को स्कोर तीन विकेट पर 101 रन हो गया। ऐसे समय में हरमनप्रीत को दीप्ति शर्मा को शानदार साथ मिला और दोनों ने चौथे विकेट ले लिए की 137 रन की शतकीय साझेदारी कर भारत के स्कोर को मजबूती दे दी। हरमनप्रीत ने अपना तीसरा शतक पूरा किया और फिर नाबाद 107 रन के अपने सर्वश्रेष्ठ स्कोर को कहीं पीछे छोड़ दिया।
हरमनप्रीत अपना शतक पूरा करने के बाद और भी आक्रामक हो गईं। उन्होंने 37 वें ओवर में एश्ले गार्डनर के गेंदों पर दो छक्के और दो चौके उड़ाते हुए 23 रन बटोर डाले। उन्होंने अगले ओवर में विलानी पर एक छक्का और दो चौके लगाये। हालांकि इस ओवर में दीप्ति आउट हो गयीं उन्होंने 25 रन बनाये दीप्ति ने 35 गेंदों में एक चौका लगाया। हरमनप्रीत ने शतक पूरा करने के बाद मात्र 17 गेंदों में 50 रन ठोक डाले। उन्होंने 41 वें ओवर में जेस जोनासन पर दो छक्के और एक चौका उड़ा दिया। हरमनप्रीत नाबाद 171 रन बनाकर पवेलियन लौटीं। वेदा कृष्णामूर्ति ने नाबाद 16 रन बनाये।
लक्ष्य का पीछा करते हुए गत चैंपियन टीम की शुरूआत खराब रही और उसने 21 रन तक जाते जाते तीन विकेट गंवा दिये। दीप्ति शर्मा, शिखा पांडे और झूलन गोस्वामी ने शुरूआती तीन विकेट निकाल कर आस्ट्रेलिया को दबाव में ला दिया। मैच में वापसी करने वाली आस्ट्रेलिया की कप्तान मैक लेनिंग खाता खोले बिना आउट हो गई।
एलिस विलानी (75) और एलिस पैरी (38) ने चौथे विकेट के लिए 105 रन की शानदार साझेदारी की। लेकिन इसके बाद आस्ट्रेलिया ने 43 रन जोड़कर अपने छह विकेट गंवा दिये और 33वें ओवर में उसका स्कोर नौ विकेट पर 169 रन हो गया। लेकिन एलेक्स ब्लैकवैल ने अपनी टीम के नौ विकेट गिर जाने के बावजूद आस नहीं खोया और शॉट खेलने जारी रखे।
ब्लैकवैल ने अपना अर्धशतक पूरा कर भारतीय खिलाड़ियों का जीत का इंतजार बढ़ा दिया। ब्लैकवैल ने 56 गेंदों पर 10 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 90 रन की पारी खेली। लेकिन दीप्ति ने उन्हें बोल्ड कर भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी। दीप्ति ने 59 रन पर तीन विकेट, शिखा ने 17 रन पर दो विकेट, झूलन ने 35 रन पर दो विकेट, राजेश्वरी गायकवाड़ ने 62 रन पर एक विकेट और पूनम यादव ने 60 रन पर एक विकेट लिया।
Bureau Report
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