नईदिल्ली: कर्नाटक में मंत्री के घर समेत 39 ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई का मामला बुधवार को राज्यसभा में भी गूंजा. राज्य सभा में हंगामा करते हुए कांग्रेस ने इस रेड के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कई आरोप लगाए हैं, वहीं सरकार ने विपक्ष के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि रिसार्ट में किसी प्रकार की छापेमारी नहीं की गई है.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने राज्यसभा में आयकर छापे का मुददा उठाते हुए इसे साजिश करार दिया है. वहीं रिसार्ट में छापेमारी पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले बीजेपी हमारे विधायकों को अगवा करना चाहती है. कांग्रेस का आरोप है कि इसी कारण सरकार की तरफ से छापेमारी की काईवाई की जा रही है. आजाद ने कहा कि विधायकों को डराने धमकाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. ये लोकतंत्र के खिलाफ है.
आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जिस रिसॉर्ट में कांग्रेस के विधायक ठहरे हुए हैं, उसमें किसी प्रकार की छापेमारी नहीं की गई है. विभाग की टीम रिसार्ट से केवल डीके शिवकुमार को लेने गई थी. आपको बता दें कि बुधवार सुबह आयकर विभाग की तरफ से कर्नाटक सरकार में ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार के 39 स्थानों पर छापेमारी की है. मीडिया रिपोटर्स में ईगल्टन गोल्फ रिसार्ट में छापेमारी की खबर भी दी गई है. ये वहीं रिसार्ट है जिसमें गुजरात कांग्रेस के 42 विधायक पिछले एक हफ्ते से रुके हुए हैं. हालांकि सरकार की तरफ से इसका खंडन कर दिया गया है.
गौरतलब है कि आयकर विभाग ने सदाशिव नगर के कनकपुरा इलाके में स्थित मंत्री के निवास पर छापेमारी की है. इससे पहले भी कांग्रेस की तरफ से आरोप लगाया गया था कि राज्य सभा चुनाव और इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है. पार्टी का आरोप था कि उनके विधायकों को लुभाने के 15 करोड़ रुपये ऑफर किया गया था.
Bureau Report
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