नईदिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट में मंगलवार को एक जनहित याचिका दायर की गई है जिसमें अदालत से आग्रह किया गया है कि वह गुगल, फेसबुक और याहू जैसी कपंनियों को चैलेंज आधारित आत्महत्या खेल ‘ब्लू व्हेल’ के लिंक हटाने का निर्देश दे जिसके चलते कथित रूप से दुनिया के कई देशों में अनेक बच्चों ने खुदकुशी कर ली है. यह याचिका कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी. हरि शंकर की पीठ के समक्ष उल्लेखित है जिसे गुरुवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है.
क्या कहना है याचिकाकर्ता का?
याचिकाकर्ता गुरमीत सिंह ने भारत और दूसरे देशों में बच्चों की मौत की घटनाओं का जिक्र करते हुए अदालत से कहा कि वह इंटरनेट की प्रमुख कंपनियों को ब्ल्यू व्हेल चैलेंज से जुड़ी कोई भी सामग्री अपलोड करने से रोके. सिंह ने अदालत से आग्रह किया कि वह दिल्ली पुलिस को निर्देश जारी करे कि वह इस पर निगरानी रखने के लिए पांच सदस्यों पर आधारित एक समिति नियुक्त करे कि इंटरनेट कंपनियां अदालत के निर्देश की तामील कर रही हैं.
अचानक लोकप्रिय हुआ है ब्लू व्हेल चैलेंज
खतरनाक ऑनलाइन गेम ब्लू चैलेंज ने अचानक लोकप्रियता पाई है. इसके मद्देनजर सरकार ने इस खतरनाक गेम के लिंक हटाने के लिए इंटरनेट की दिग्गज कंपनियों को निर्देश जारी किए हैं. कल ही इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने प्रमुख इंटरनेट कंपनियों – गुगल, फेसबुक, व्हाट्सएप्प, इंस्टाग्राम, माइक्रोसॉफ्ट और याहू को ब्ल्यू व्हेल चैलेंज के लिंक तत्काल हटाने के निर्देश जारी किए. याचिका के मुताबिक भारत के अलावा, रूस, चीन, सऊदी अरब, ब्राजील, अर्जेंटीना, बुल्गारिया, चिली और इटली में किशोरों की खुदकुशी की रिपोर्टें मिली हैं.
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