यंगून: म्यांमार के अशांत राखिन प्रांत में सीमा चौकियों पर आज तड़के रोहिंग्या उग्रवादियों के हमले में पांच पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 12 लोगों की मौत हो गयी. स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के कार्यालय ने एक बयान में यह जानकारी दी. धार्मिक घृणा के चलते बंटे तटीय देश में महीनों से चल रही हिंसा में यह सबसे भीषण हमला था. संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान के नेतृत्व वाले एक आयोग की रिपोर्ट में भी म्यांमार में हुई हिंसा का उल्लेख करते हुए इस विभाजन को भरने के लिये तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया गया था.
20 से अधिक पुलिस चौकियों पर हमला
स्टेट काउंसलर के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि शुक्रवार तड़के करीब 150 उग्रवादियों ने 20 से अधिक पुलिस चौकियों पर हमला किया. सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई की. इसके अनुसार, ‘‘फिलहाल, पांच पुलिसकर्मी मारे गये हैं और… शुरुआती सूचना के अनुसार, हमने सात चरमपंथी बंगाली आतंकवादियों के शवों को बरामद किया है.’’
बारूदी सुरंगों का इस्तेमाल
इसके अनुसार, ‘‘कई पुलिस चौकियों और थानों पर हमला किया गया और देसी बारूदी सुरंगों का इस्तेमाल भी किया गया.’’ भीषण हिंसा के शिकार इलाके के निकट स्थित बुथिदाउंग शहर के एक पुलिस अधिकारी ने इस अशांति की पुष्टि की. अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया, ‘‘स्थिति जटिल है… सेना आ रही है.’’ उन्होंने बताया कि हमलावर हथियारों से लैस थे.
Bureau Report
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