सीकर: खेलों में कॅरियर की बहुत संभावना है। लेकिन अभिभावक बच्चों को इंजीनियर, डॉक्टर और अधिकारी बनाने में जुटे हैं। शेखावाटी में भी खिलाडि़यों की कोई कमी नहीं है। लेकिन सोच महज पढ़ाई तब सीमित है। यह कहना है कि सेन्ट्रल जोन के कैम्प से लौटे क्रिकेटर दिव्य गजराज का। पांच राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में दोहरा शतक लगाकर अपनी पहचान बनाने वाले दिव्य का कहना है कि उसका सपना भारतीय टीम से खेलना है। वह फिलहाल सबलपुरा स्थित एसबीएस क्रिकेट एकेडमी में नियमित अभ्यास करते हैं। पिछले वर्ष गजराज ने विजय मर्चेन्ट सहित कई प्रतियोगिताओं में शानदार पारी खेली थी। इसके बाद उसे सेन्ट्रल जोन के प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने का मौका मिला।
स्कूली में बढ़ाया मान, अब ओपन पर नजर
शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित स्कूली राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय प्रतियोगितामें परचम लहराने वाले होनहार खिलाडि़यों की नजर इस बार आरसीए की प्रतियोगिताओं पर है। खिलाड़ी संदीप बाजिया, सव्य गजराज, शुभम शर्मा, विक्रम बडग़ुर्जर व जयपाल चौधरी ने बताया कि किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए जुनून आवश्यक है। अनुशासन के दम पर आप अपनी मंजिल पा सकते हैं।
खिलाडि़यों को लेंगे गोद
एकडमी निदेशक विजेन्द्र सिंह पचार ने बताया कि एकेडमी की ओर से प्रत्येक वर्ष पांच टॉपर खिलाडि़यों को गोद लेकर प्रशिक्षण सहित अन्य सामग्री निशुल्क दी जाती है। इस वर्ष से 11 खिलाडि़यों को गोद लिया जाएगा। इन खिलाडि़यों को चण्डीगढ़, दिल्ली, जयपुर व मुम्बई की भी विभिन्न खेल एकेडमी में खुद के खर्चे पर प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। कोच भवानी आचार्य ने बताया कि अगले महीने एकेडमी के टॉप खिलाडि़यों को नयन मोगिया की एकेडमी में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
आत्मविश्वास के दम पर सफलता
मूलत: चला-चौकड़ी (नीमकाथाना) निवासी दिव्य का कहना है कि क्रिकेट में नियमित अभ्यास के बिना कुछ नहीं है। उनका कहना है कि कई मौके आते हैं जब खिलाड़ी खराब प्रदर्शन के दौर से गुजरते हैं। इस दौरान ज्यादातर खिलाड़ी आत्मविश्वास खो देते हैं।
Bureau Report
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