भोपाल: मध्य प्रदेश पुलिस के एक कांस्टेबल ने शुक्रवार को अपनी जान की बाजी लगाकर ऐसा कारनाम कर दिखाया जिसके बाद आज हर तरफ उसकी बहादुरी के चर्चे हो रहे हैं. दरअसल सागर जिले के एक स्कूल में शुक्रवार को बम की खबर मिली थी. जहां 15 किलो का जिंदा बम पाया गया, जिसे देखते ही लोगों के होश फाख्ता हो गए लेकिन एमपी पुलिस के जवान अभिषेक ने 400 बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए 15 किलो वजनी बम को उठाकर 1 किलोमीटर तक दौड़ लगा दी.
स्कूल में राख के ढेर के पास पुलिस को ये बम पड़ मिला. ऐसे में बच्चों और रिहायशी इलाके से इसे दूर ले जाने के लिए पुलिस को कुछ सूझ नहीं रहा था इसी बीच जवान अभिषेक ने अपनी बहादुरी का परिचय दिया और बम का थैला कंधे पर उठाकर इसे एक किलोमीटर दूर ले गए और एक खाली पड़ी जगह पर फेंक दिया.
मीडिया से बातचीत में जांबाज पुलिसकर्मी अभिषेक पटेल ने बताया कि उस वक्त में मेरे दिमाग में केवल एक ही बात थी कि मैं किसी भी तरह बम को बच्चों से दूर लेकर जाऊं। उन्होंने कहा कि बम ले जाते समय थोड़ा डर भी लगा लेकिन फिर भी मन में एक खुशी थी कि अगर मुझे कुछ होता है तो मैं इतने लोगों की जान बचा लूंगा.
अभिषेक ने जब इस वाक्ये के बारे में अपनी पत्नी को बताया तो वे नाराज हुईं. जब उन्होंने बताया कि ये कदम उन्होंने अपने बच्चों की तरह की दर्जनों बच्चों की जान बचाने के लिए उठाया तो उन्हें उन पर गर्व भी हुआ.
शनिवार तक इस बम को काफी देर तक बम डिस्पोजल स्क्वॉड डिफ्यूज नहीं कर सकी. इसके बाद अब सेना की टेक्नीकल टीम इसे डिफ्यूज करने का प्रयास करेगी. फिलहालकड़ी सुरक्षा के बीच इसे पानी से भरे एक गड्ढे में प्लास्टिक के कैरेट में रखवा दिया गया है. वहीं स्कूल में ये बम कैसे पहुंचा और किसने पहुंचाया पुलिस इस बात की जांच में जुटी है.
Leave a Reply