नईदिल्ली: B.Sc (Math) से ग्रैजुएट प्रणय तिवारी को मोबाइल पर ‘अंडरवर्ल्ड डॉन’ रिजवान खान बनते देर नहीं लगती थी। उसकी आवाज भारी हो जाती, बोलने का अंदाज टपोरी जैसा होता। जिसको कॉल मिलाता, उसे बीवी-बच्चों समेत मरवाने की धमकी देता। बदले में मोटी फिरौती मांगता। सिर्फ हाई-प्रोफाइल लोगों को टारगेट करता। जिसकी जैसी हैसियत होती, वैसी डिमांड रखता। किसी से 5 करोड़ तो किसी से 5 लाख।
इस तरह उसने अंडरवर्ल्ड के नाम पर ताबड़तोड़ कॉल करके सनसनी फैलाई हुई थी। अलग-अलग राज्यों की पुलिस 27 साल के इस ‘डॉन’ के पीछे हाथ धोकर पड़ी थी। आखिरकार, प्रणय उर्फ रिजवान खान दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया।
पुलिस ने मध्य प्रदेश में रीवा के तीन जंगलों की खाक छानकर उसे गिरफ्त में लिया है। दरअसल, दिल्ली के अलग-अलग थानों में रिजवान खान की धमकी के चार केस दर्ज हैं। एक केस में क्राइम ब्रांच की टीम उसे फिरौती देने के बहाने मध्य प्रदेश पहुंची। रिजवान ने फिरौती की रकम लेने के लिए पहले एक जंगल में बुलाया। पुलिस वहां इंतजार करती रह गई, लेकिन रकम लेने कोई नहीं पहुंचा। अगले दिन दूसरे जंगल में बुलाया, लेकिन वहां भी कोई नहीं मिला। फिर कॉल करके तीसरे जंगल में बुलाया। वहां धरा गया।
असल में प्रणय पूरी होशियारी दिखा रहा था। कन्फर्म होना चाहता था कि फिरौती देने वाले के पीछे पुलिस की कोई चाल तो नहीं, इसलिए जंगल-जंगल घुमाता रहा। दूसरी ओर पुलिस की टीम भी पूरा सब्र बांधे थी, जिसका फल आखिर में ‘मीठा’ मिला।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि रिजवान खान के नाम से अंडरवर्ल्ड के नाम पर आने वाली फिरौती की ताबड़तोड़ कॉल्स दिल्ली पुलिस के लिए चुनौती बन चुकी थी। चार केस दर्ज हो चुके थे, कई शिकायतें पेंडिंग थी। खुद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल रिजवान की तलाश में लगी थी।
क्राइम ब्रांच के जॉइंट सीपी प्रवीर रंजन ने बताया कि 27 साल का प्रणय तिवारी मध्य प्रदेश के रीवा डिस्ट्रिक्ट का रहने वाला है। बी.एससी ग्रैजुएट है। उसके द्वारा फिरौती मांगने के एक केस की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। डीसीपी राजेश देव की निगरानी में एसीपी संजय सहरावत की टीम तफ्तीश के सिलसिले में मध्य प्रदेश गई। वहां पुलिस ने जंगलों की खाक छानने के बाद आरोपी को अरेस्ट किया। आगे की तफ्तीश जारी है।
चॉकलेट की मिठास में घोलता था कड़वाहट!
प्रणय उर्फ रिजवान खान चॉकलेट प्रेमियों को ही टारगेट करता था। दरअसल, पूछताछ के चलते पुलिस ने उससे सवाल किया कि वह टारगेट कैसे खोजता था? जवाब चौंकाने वाला मिला। प्रणय ने बताया कि उसने वसंत कुंज में ऐम्बिएंस मॉल स्थित रॉयस चॉकलेट का डाटा चोरी किया था। उसे अंदाजा था कि वहां से अच्छे पैसे वाले और ज्यादातर हाई-प्रोफाइल लोग चॉकलेट्स की खरीदारी करते हैं इसलिए स्टोर के डाटा रिकॉर्ड से कस्टमर्स के मोबाइल नंबर कॉपी कर लिए।
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