मुंबई: पनामा पेपर्स मामले की जांच के संदर्भ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को अभिनेता अमिताभ बच्चन और उनके परिवार के सदस्यों के जवाब मिल गए हैं और उन्हें जल्द ही समन किया जा सकता है. ईडी के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने बच्चन परिवार को कुछ समय पहले नोटिस जारी कर 2004 के बाद से आरबीआई की एलआरएस योजना के तहत विदेश भेजे गए धन के बारे में जानकारी देने को कहा था.उन्होंने बताया कि ‘फेमा’ के तहत जारी नोटिस के जवाब ईडी को मिल गए हैं. सूत्रों ने बताया, ‘‘जवाब मिल गए हैं. उन्हें जांच के तहत जल्द सम्मन किया जा सकता है.’’ अमिताभ बच्चन का नाम पनामा पेपर्स मामले आया था और इस मामले की जांच आयकर विभाग भी कर रहा है.
आपको बता दें कि कथित पनामा-पेपर्स में कई बड़े फिल्मी सितारों, राजनेताओं और व्यापारियों के नाम सामने आए थे. इस मामले में नाम आने पर अमिताभ बच्चन ने कोई भी गलत काम करने से इनकार किया था. अमिताभ ने कहा था कि उन्होंने भारतीय नियमों के तहत ही विदेश में धन भेजा है.
उन्होंने पनामा पेपर्स में सामने आयीं कंपनियों से भी किसी तरह का संबंध होने से इनकार किया था. इस मामले में कहा गया है कि सामने आए कुछ अकाउंट असली हैं और वे नाम डिटेल देने के सामने भी आए हैं. जानकारी जमा करने की प्रक्रिया काफी लंबी है.
क्या है पनामा पेपर्स मामला
पनामा पेपर्स के दस्तावेज पनामा स्थित एक लॉ फर्म- मोसेक फॉन्सेका (Mossack Fonseca) ने ही लीक किए थे. इस फर्म के 35 देशों में दफ्तर हैं. पनामा पेपर्स में 50 देशों के ऐसे 140 राजनेताओं के नामों का जिक्र है जिनके कथित रूप से विदशी अकाउंट हैं. इसमें 12 मौजूदा व पूर्व राष्ट्राध्यक्षों के नाम भी शामिल हैं. इसके अलावा खिलाड़ी, प्रशासक और फोर्ब्स की सूची में शामिल 29 अरबपतियों के नाम भी इन पेपर्स में है. पनामा पेपर्स की जांच के लिए भारत वैश्विक टास्क फोर्स का हिस्सा है. यह फोर्स मामले की जांच के लिए जानकारी साझा करेगी और एक दूसरे का सहयोग करेगी.
Bureau Report
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