लंदन: वरिष्ठ भारतीय वकील कोलिन गोंजालविस को भारत में हाशिये पर रहने वाले वंचित नागरिकों के वास्ते मौलिक मानवाधिकार हासिल करने के लिए जनहित याचिकाओं का अभिनव उपयोग करने को लेकर स्वीडन में प्रतिष्ठित मानवाधिकार पुरस्कार के लिए चुना गया है. सुप्रीम कोर्ट के वकील गोंजालविस यह पुरस्कार और 3,00,000 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि दो अन्य हस्तियों अजरबेजान की खालिदा इस्मायिलोवा और अमेरिका के रॉबर्ट बिलोट के साथ साझा करेंगे. वर्ष 2017 राइट लाइवलीहुड अवार्ड्स ऑनर इंस्पाइरिंग चेंजमेकर्स एंड चैंपियन्स ऑफ जस्टिस द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है.
बयान में कहा गया है कि ह्यूमन राइट्स लॉ नेटवर्क के संस्थापक 65 वर्षीय गोंजालविस को हाशिये पर रहने वालों के वास्ते मूलभूत मानवाधिकार हासिल करने के लिए उनके अथक प्रयास और जनहित याचिकाओं के उनके नवोन्मेषी उपयोग को लेकर सम्मानित किया गया है.
बयान के अनुसार गोंजाविल्स ने कहा कि वह इस पुरस्कार से सम्मानित महसूस कर रहे हैं. यह ऐसे समय में आया है जब भारत काले दौर से गुजर रहा है ओर मानवाधिकार कार्यकर्ता घिरे हुए हैं. फाउंडेशन हमें इस अहम मोड़ पर लोकतांत्रिक प्रतिरोध मजबूत करने में मदद पहुंचाएगा.
बयान के अनुसार राइट लाइवलीहुड पुरस्कार ‘वैकल्पिक नोबल पुरस्कार’ के रूप में जाना जाता है. इस पुरस्कार के तीन विजेताओं का चयन 51 देशों के 102 नामों में से किया गया है.
Bureau Report
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