मास्को: ब्लू व्हेल गेम की सरगना एक 17 साल की लड़की है. रशियन पुलिस ने उस लड़की को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. लड़की पर आरोप है कि जानलेवा ब्लू व्हेल चैलेंज गेम के पीछे उसी का हाथ है. जानकारी में पता चला है कि लड़की अपने शिकार को धमकी दिया करती थी कि अगर वह ब्लू व्हेल टास्क पूरा नहीं किया तो वह उसे और उसके परिवार का खून कर देगी. ब्लू व्हेल चैलेंज उन्हीं लोगों को अपना शिकार बनाता है, जो तनाव जूझ रहे हैं और आत्महत्या करने के बारे में सोचते हैं.
भेजी गई जेल
रूसी पुलिस द्वारा एक फुटेज जारी किया गया है. इसमें एक रेड के दौरान आरोपी लड़की को उसके घर से गिरफ्तार करते हुए देखा जा सकता है. आरोपी लड़की मनौविज्ञान की छात्रा है और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. अदालत में हुई पेशी के बाद उसे तीन साल के लिए जेल भेजा गया है.
खौफनाक है ये गेम
इस गेम में साइन करने के बाद 50 दिनों के अंदर टास्क पूरा करने की चुनौती मिलती थी. इसमें खुद को नुकसान पहुंचाना, अकेले में डरावनी फिल्में देखना और व्हेल का चित्र अपने हाथ पर गोदना जैसी चुनौतियां शामिल हैं. इस गेम का सबसे खौफनाक और आखिरी टास्क 50वें दिन दिया जाता है जिसमें खुद को जान से मारने की चुनौती मिलती है.
क्या है ये ब्लू व्हेल गेम?
‘ब्लू व्हेल गेम’ रूस के फिलिप बुडेकिन नाम के शख्स ने 2013 में बनाया था. ये एक ऐसा चैलेंज है, जिसमें आपको ग्रुप के एडमिन के द्वारा दिए गए कई टास्क को पूरा करना होता है 50 दिनों के अंदर. हर टास्क पूरा होने पर प्लेयर को अपने हाथ पर एक कट लगाने के लिए कहा जाता है. आखिरी में जो इमेज उभरती है, वो व्हेल मछली की तरह होती है.
हाथ पर ब्लेड से F57 लिखना होता है
गेम खेलने वाले को हर दिन एक कोड नंबर दिया जाता है. इसमें हाथ पर ब्लेड से F57 लिखकर इसकी फोटो अपलोड करने के लिए कहा जाता है. इस गेम का एडमिन स्काइप के जरिए गेम खेलने वाले से बात करता रहता है. गेम का विनर उसे ही घोषित किया जाता है, जो अंतिम दिन जान दे देता है.
भारत में भी ब्लू व्हेल गेम का असर
बीते दिनों पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर में एक 10वीं कक्षा के छात्र ने खुदकुशी कर ली थी. वहीं इससे पहले भी इसी महीने में मुंबई के चौदह साल के एक लड़के ने पांचवीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी थी. इसके अलावा इंदौर के एक 13 साल के छात्र ने अपने स्कूल की तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर कथित तौर पर खुदकुशी की कोशिश की थी, लेकिन कुछ सतर्क विद्यार्थियों ने उसे इस गेम की जानलेवा चुनौती पूरी करने से रोक दिया था.
अब तक 130 लोगों की मौत
बच्चे गेम मानकर इसके जाल में फंस रहे हैं. सोशल मीडिया पर ‘ब्लू व्हेल’ ऐप तलाशे जा रहे हैं, लेकिन असल में यह न तो गेम है और न ही ऐप है. यह अपराधी किस्म के लोगों का एक ट्रैप है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस गेम के कारण दुनिया भर में अब तक 130 लोगों की जान जा चुकी है.
Bureau Report
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