नईदिल्ली: इस साल के अंत में होने वाले दो राज्यों गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों की घोषणा चुनाव आयोग अकटूबर के मध्य में कर सकता है. माना जा रहा है कि गुजरात के चुनाव जहां दिसंबर में हो सकते हैं, वहीं हिमाचल प्रदेश में चुनाव नवंबर में कराए जा सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव आयोग हिमाचल प्रदेश में एक फेज में चुनाव करा सकता है, वहीं गुजरात में चुनाव दो फेज में होगा. गुजरात में जहां भाजपा शासन में है, वहीं हिमाचल में कांग्रेस वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में सरकार चला रही है. ये भी गौर करते की बात है कि भाजपा को जहां इस बार गुजरात में सबसे कठिन चुनौती मिल रही है तो हिमाचल में कांग्रेस भितरघात से परेशान है.
पूरे राज्य में वीवीपेट मशीनों का प्रयोग
गुजरात चुनावों के दौरान सभी 50128 मतदान केंद्रों पर वोटर वेरियेफेयेबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) के साथ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल होगा. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बी बी स्वाइन ने कहा कि गोवा के बाद गुजरात दूसरा राज्य होगा, जहां विधानसभा चुनावों में वीवीपीएटी प्रणाली का इस्तेमाल होगा. गुजरात के मतदाता वीवीपीएटी से परिचित नहीं हैं इसलिए चुनाव आयोग वहां जागरूकता कार्यक्रम चलाएगा.
स्वाइन ने कहा, “आगामी विधानसभा चुनावों में हम वीवीपीएटी मशीनों का इस्तेमाल करेंगे. ये मशीन सभी 50 हजार 128 मतदान केंद्रों पर लगाए जाएंगे. हम सभी जिलों में जागरूकता अभियान चलाएंगे, राजनीतिक दलों और प्रेस के सदस्यों को प्रस्तुति देंगे.” उन्होंने कहा, “सार्वजनिक स्थानों और शैक्षणिक संस्थानों में मतदाताओं के लिए हम एक वाहन में मतदान केंद्र लगाकर उनके समक्ष प्रस्तुति देंगे.”
चार लोकसभा सीटों पर भी होगा चुनाव
चुनाव आयोग इसके साथ ही चार लोकसभा सीटों पर भी चुनाव करा सकता है. ये चारों सीटें भाजपा के कब्जे वाली हैं. पहली दो सीटें यूपी की गोरखपुर और फूलपुर संसदीय सीटें हैं. ये योगी आदित्यनाथ और केशवप्रसाद मौर्य के इस्तीफे से खाली हुई हैं. वहीं दो सीटें राजस्थान की हैं. इनमें अजमेर और अलवर की सीटें भाजपा सांसदों के निधन से खाली हुई हैं.
Bureau Report
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