बेंगलुरु: यूपी शिया वक्फ बोर्ड चीफ वसीम रिजवी ने मंगलवार को श्री श्री रविशंकर से मुलाकात की. उनसे मुलाकात के बाद वसीम रिजवी ने कहा कि अयोध्या का विवाद जल्द सुलझने की उम्मीद है. राम के नाम पर विवाद नहीं होना चाहिए. दरअसल श्री श्री रविशंकर ने इस मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश करते हुए बातचीत से इसे सुलझाने की वकालत की थी. उसी पृष्ठभूमि में ये मुलाकात हुई. वसीम रिजवी ने कहा कि पूरा देश श्री श्री रविशंकर का सम्मान करता है और मुझे पूरी उम्मीद है कि यह मुद्दा सुलझ जाएगा. वसीम रिजवी ने कहा कि उन्होंने रविशंकर से इस बात का भी आग्रह किया कि यह बातचीत उन्हीं पक्षों से होनी चाहिए जो समाधान चाहते हैं.
इसके साथ ही इसकी मुखालफत करने वालों पर निशाना साधते हुए रिजवी ने कहा कि मुद्दे को सुलझाने के लिए अवाम सहमत है. उन मौलानाओं की बात को हम महत्व नहीं देते जो इस वक्त फसाद की बात कर रहे हैं, उनका कोई कानूनी आधार नहीं है.
इससे पहले 28 अक्टूबर को अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे को लेकर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि अब हालात बदल चुके हैं और लोग शांति चाहते हैं. आध्यात्मिक गुरू ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि एक मंच की जरूरत है, जहां दोनों समुदाय के लोग भाईचारा दिखाएं. आध्यात्मिक गुरू ने आगे कहा, साल 2003-04 भी इसको लेकर प्रयास हुए थे, लेकिन हालात अब ज्यादा सकारात्मक हैं. अपनी क्षमता के हिसाब से प्रयास कर रहा हूं, जोकि गैर राजनीतिक हैं.
उल्लेखनीय है कि श्रीश्री रविशंकर ने यह जानकारी दी कि राम मंदिर मसले के हल में मदद करने के लिए इसके कई पक्षकारों ने उनसे संपर्क किया है. उन्होंने कहा कि वह इस मामले में मध्यस्थता के लिए तैयार हैं, लेकिन फिलहाल इस मामले में कोई पहल नहीं कर सके हैं.
हालांकि बाबरी ऐक्शन कमिटी ने शुक्रवार को मीडिया में किए जा रहे इस दावे को खारिज किया कि आर्ट ऑफ लिविंग गुरु श्री श्री रविशंकर उनसे मुलाकात कर मध्यस्थता कर सकते हैं. बाबरी ऐक्शन कमिटी के सदस्य हाजी महबूब ने कहा कि ऐसी कोई मीटिंग तय नहीं हुई है और आ रही रिपोर्ट्स में कोई सच्चाई नहीं है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ‘अगर वह इस मुद्दे को सुलझाने को लेकर हमसे बात करना चाहते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है’.
Bureau Report
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