नईदिल्ली: सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) की आज राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी. हालांकि पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास की बढ़ती दूरियों के बीच दल में थोड़ी असहज स्थिति कायम है. दोनों पक्ष यह कयास लगाने में जुटे हैं कि दूसरा पक्ष बैठक में क्या कदम उठाएगा. राष्ट्रीय परिषद ‘आप’ में फैसले करने वाली दूसरी सबसे बड़ी इकाई है.
साल 2015 में राष्ट्रीय परिषद की बैठक में ही योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर निकाला गया था. दोनों नेताओं को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के आरोप में निकाला गया था. उन्होंने केजरीवाल के कामकाज के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए थे. पार्टी से निकाले गए नेताओं ने उस वक्त आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उनसे धक्का-मुक्की और बदसलूकी की गई.
नवंबर 2012 में पार्टी की स्थापना के बाद पहली बार संस्थापक सदस्य विश्वास ने दावा किया कि वक्ताओं की सूची में उनका नाम नहीं है.
नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर ‘आप’ के एक विधायक ने कहा कि बैठक में बढ़ती बेरोजगारी, नोटबंदी और कृषि संकट पर चर्चा होगी.
लेकिन विश्वास एवं केजरीवाल की बढ़ती दूरियों के मद्देनजर बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों ने बैठक में एक-दूसरे से निपटने की रणनीति तैयार कर ली है.
Bureau Report
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