नईदिल्ली: बीजेपी ने हिंदू उग्रवाद के बारे में अभिनेता कमल हासन के बयान को ‘अदूरदर्शी और निर्लज्जतापूर्ण’ करार दिया और कहा कि इस तरह के स्वार्थी रास्ते अपनाने वाले अवसरवादी नेताओं को अंतत: धूल चाटनी पड़ती है. पार्टी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिंह राव ने कमल हासन की तुलना हाफिज सईद से करते हुए उनसे अपने बयान पर माफी मांगने को कहा है. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि अवसरवादी नेताओं जिन्होंने इस तरह का स्वार्थी रास्ता अपनाया है उन्हें भारतीयों की भावनाओं को चोट पहुंचाने के लिये राजनीति में धूल चाटनी पड़ी है.
उन्होंने कहा, ”कई टॉलीवुड अभिनेता जो एमजीआर बनना चाहते हैं वे मीडिया का ध्यान आकृष्ट करने के लिये बेचैन हैं. एमजीआर (अन्नाद्रमुक संस्थापक एम जी रामचंद्रन) सफल रहे क्योंकि आम जनता में उनकी अपील थी जबकि हासन मुस्लिम चरमपंथियों और हिंदू विरोधी धर्मांधों का तुष्टिकरण करना चाहते हैं. हम इस बात को जानने को बेहद उत्सुक हैं कि वह जाकिर नाइक, केरल में पीएफआई और केरल में वाम मोर्चा के ‘लाल आतंक’ के बारे में क्या सोचते हैं.”
राव ने कहा, ”तथाकथित हिंदू आतंक पर अपनी इस अदूरदर्शी और निर्लज्जतापूर्ण टिप्पणी से कमल हासन ने संकेत दिया है कि वह एक फ्रिंज तत्व के तौर पर राजनैतिक परिदृश्य में आ गए हैं.”
कमल हासन का विवादित लेख
इससे पहले राजनीति में आने का संकेत दे चुके अभिनेता कमल हासन ने गुरुवार को हिंदू चरमपंथ की आलोचना करते हुये दावा किया कि दक्षिणपंथी समूहों ने हिंसा का दामन इसलिये थामा क्योंकि उनकी पुरानी ”रणनीति” ने काम करना बंद कर दिया है. हसन ने तमिल पत्रिका ‘आनंद विकटन’ के हालिया अंक में अपने स्तंभ में आरोप लगाया कि दक्षिणपंथी संगठनों ने अपने रूख में बदलाव किया है, हालांकि उन्होंने इसमें किसी का नाम नहीं लिया है.
उन्होंने कहा, ”पूर्व में हिंदू दक्षिणपंथी, दूसरे धर्म के लोगों के खिलाफ हिंसा में शामिल हुए बगैर, उनको अपनी दलीलों और जवाबी दलीलों से हिंसा के लिये मजबूर करते थे.” हासन ने लिखा कि हालांकि ”यह पुरानी साजिश” विफल होनी शुरू हो गई यी, तब यह समूह हिंसा में शामिल हो गये. तमिल फिल्म अभिनेता ने लिखा, ”चरमपंथ किसी भी तरीके से उनके लिये सफलता या विकास (का मानक) नहीं हो सकता जो खुद को हिंदू कहते हैं.”
Bureau Report
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