काकामिगहारा (जापान): भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए इस बार का एशिया कप बहुत शानदार रहा. टूर्नामेंट देश के नाम करने साथ यह भी एक खूबसूरत संयोग रहा कि अब भारत दोनों ही महिला और पुरुष हॉकी में एशिया कप विजेता है. भारत की बेटियों ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया और अंतत टूर्नामेंट अपने नाम किया. भारत की इस एतिहासिक जीत के साथ कई और उपलब्धियां भी जड़ गईं.
चीन को हराकर भारत ने 13 साल बाद महिला हॉकी एशिया कप का खिताब अपने नाम करने के साथ-साथ अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है. भारत ने रविवार को चीन को पेनाल्टी शूटआउट में 5-4 से मात दी. भारत ने इससे पहले 2004 में एशिया कप पर कब्जा जमाया था.
टीम की कप्तान रानी रामपाल इस ऐतिहासिक जीत से खुश हैं. उनका कहना है कि इस जीत के साथ विश्व कप में जगह मिलना टीम के लिए बड़ी बात है जिससे वह बहुत खुश हैं.
हॉकी इंडिया द्वारा जारी एक बयान में रानी ने कहा, “हम सभी एशिया कप की जीत से काफी खुश हैं. हमने इसी के साथ मेरिट के आधार पर अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया है. हमारी टीम में काफी युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने इस बड़े प्लेटफॉर्म पर शानदार प्रदर्शन किया.”
चीन के खिलाफ सडन डेथ में विजयी गोल दागने वाली रानी ने कहा, “टीम ने चीन को अच्छी चुनौती दी. चीन की टीम भी अच्छा खेली. यह उच्च स्तरीय प्रतिस्पर्धा थी और हमने कभी भी अपने स्तर को नीचे नहीं आने दिया. सडन डेथ में सविता ने शानदार बचाव किया. मैं सडन डेथ में स्कोर कर खुश हूं. यह जीत हमारा और हमारे कोचिंग स्टाफ द्वारा पूरे साल किए गए कड़े परिश्रम का नतीजा है.”
रानी ने अपने देश के बोर्ड हॉकी इंडिया (एचआई) और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) का भी शुक्रिया अदा किया.
उन्होंने कहा, “हम विशेष तौर पर एचआई और साई का उनके लगातार समर्थन के लिए शुक्रिया अदा करना चाहते हैं जिन्होंने इस बात को सुनिश्चित किया कि हमें अच्छी से अच्छी सुविधाएं मिलें. इससे हमें अच्छा करने की प्ररेणा मिली. उम्मीद है कि हम इस प्ररेणा और आत्मविश्वास को आने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में भी जारी रख पाएंगे.”
Bureau Report
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