लखनऊ: माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स आज शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे. मुख्यमंत्री आवास पर बिल गेट्स ने योगी आदित्यनाथ से प्रदेश में चल रही मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन पर चर्चा की, इस दौरान योगी सरकार के कई मंत्री भी पहुंचे. इस संगठन की शुरुआत वर्ष 2000 में बिल गेट्स और मेलिण्डा गेट्स ने की थी. इसका मुख्य लक्ष्य स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार करना था. जिसे बाद में शिक्षा के क्षेत्र में भी बढ़ा दिया गया. यह विश्व के कुछ सबसे बड़े निजी संस्थाओं में से एक है. आपको बता दें कि भारत दौरे पर पहुंचे बिल गेट्स ने इसके पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. इस दौरान गेट्स ने गृहमंत्री से भारत में विभिन्न कल्याणकारी पहलों पर उनके साथ चर्चा की थी.
बिल गेट्स की गृहमंत्री के साथ हुई बैठक इस लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि एक भारतीय एनजीओ पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन आफ इंडिया (पीएचएफआई) का पंजीयन अप्रैल में गृह मंत्रालय ने रद्द कर दिया था. यह एनजीओ जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करता है और गेट्स फाउंडेशन इसे धन देने वाले संस्थानों में से एक है. आधिकारिक बयान के अनुसार मंत्री ने बिल व मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के को-चेयर गेट्स से मुलाकात की.
गुरुवार (16 नवंबर) को बिल गेट्स ने कहा था कि अगर भारत अगले 20 साल तक सात प्रतिशत की औसत वृद्धि दर, समानता के आधार पर अर्जित कर लेता है तो यह देश के लिए उल्लेखनीय उपलब्धि होगी. गेट्स ने कहा कि माल व सेवा कर जीएसटी का कार्यान्वयन सकारात्मक दिशा में उठाया गया कदम था. एक कार्यक्रम में गेट्स ने कहा, ‘अगर अगले 20 साल तक भारत सात प्रतिशत की औसत वृद्धि दर हासिल कर लेता है और यह समान आधार पर हासिल करता है तो यह देश व दुनिया के लिए चमत्कार होगा.’ उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत का कर-जीडीपी अनुपात बढ़ेगा.
इसके अनुसार मंत्री ने भारत में इस फाउंडेशन द्वारा हाथ में लिये गए विभिन्न कल्याणकारी कार्यों की सराहना की. सिंह ने गेट्स से आग्रह किया कि वे भारत में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम शुरू करें और सुझाव दिया कि संगठन को गांवों के विकास पर ध्यान देना चाहिए. इसके अनुसार गेट्स ने गृहमंत्री को आश्वासन दिया कि फाउंडेशन भारत को रचनात्मक सहायता देगा.
Bureau Report
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