गुरुग्राम: रायन इंटरनेशनल स्कूल में सात वर्षीय प्रद्युम्न ठाकुर मर्डर केस में सीबीआई द्वारा पकड़े गए इसी स्कूल के 11वीं क्लास के छात्र ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. उसने शनिवार को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड(जेजेबी) की काउंसलिंग के दौरान आठ सितंबर की पूरी घटना के बारे में बताया. आरोपी ने बताया कि दरअसल वह प्रद्युम्न को पहले से ही जानता था. वे दोनों पियानो की एक ही क्लास को अटेंड करते थे. इसी वजह से उसने प्रद्युम्न को अपने पास बुलाया था.
आरोपी ने बोर्ड को बताया कि आठ सितंबर को स्कूल पहुंचने के बाद उसने क्लासरूम में अपना बैग रखा और चाकू के साथ ग्राउंड फ्लोर में वापस लौटा. उसने वह चाकू सोहना बाजार से खरीदा था. उसने वहां प्रद्युम्न को देखा और एक मदद के लिए उसको साथ वाशरूम में चलने के लिए कहा. चूंकि प्रद्युम्न उसको पहले से ही जानता था, लिहाजा वह आराम से उसके साथ चल दिया. द टाइम्स ऑफ इंडिया की इस रिपोर्ट के मुताबिक टॉयलेट में पहुंचते ही प्रद्युम्न को चाकू मारा. प्रद्युम्न को खून की उल्टी हुई और वह चाकू पर ही गिर गया. नतीजतन दूसरा गहरा घाव उसको लगा.
मर्डर की वजह
आरोपी ने बोर्ड को बताया कि उसके ऊपर खून के छींटे इसलिए नहीं पड़े क्योंकि प्रद्युम्न के बैग ने उसके लिए ढाल का काम किया. उसके बाद चाकू वहीं वाशरूम में छोड़कर भाग गया और माली एवं टीचरों को सूचना दी. आरोपी ने बोर्ड को यह भी बताया कि उसको परीक्षा का डर था और वह किसी भी सूरत में एक्जाम टालना चाहता था.
सबूतों के साथ छेड़छाड़
इसके साथ ही इस मामले में सीबीआई ने चौंकाने वाली बात कही है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक सीबीआई ने कहा कि प्रद्युम्न मर्डर केस में गुड़गांव पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की थी. यहां गौर करने वाली बात यह है कि इस मर्डर की शुरुआती जांच में गुड़गांव पुलिस ने रायन स्कूल के बस कंडक्टर अशोक को आरोपी बनाया था. वहीं प्रद्युम्न के परिजनों की जिद्द पर शुरू हुई सीबीआई जांच में पुलिस की थ्योरी बिल्कुल गलत साबित हुई. सीबीआई ने अशोक को मामले में क्लीनचिट दे दी और स्कूल के ही 11वीं के छात्र को हत्या का आरोपी बनाया है.
प्रद्युम्न मर्डर केस की जांच में लापरवाही और सबूतों से छेड़छाड़ की शिकायत सीबीआई हरियाणा के डीजीपी को चिट्ठी भी लिख सकती है. ऐसे में गुड़गांव पुलिस के अफसरों पर कार्रवाई भी हो सकती है.
Bureau Report
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