गुजरात: गुजरात चुनाव में बीजेपी एक बार फिर 182 में से 99 सीटें जीतकर छठी बार सरकार बनाने जा रही है. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि गुजरात में बीजेपी का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? हालांकि विजय रूपाणी का चेहरा जरूर चुनावों में आगे रहा लेकिन पार्टी ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया था. इसी कड़ी में अब कयासों का दौर शुरू हो गया है और इस बात की चर्चा हो रही है कि पार्टी की तरफ से विजय रूपानी, स्मृति ईरानी, आरसी फाल्दू, नितिन पटेल और मनसुख मंडाविया के नामों की चर्चा हो रही है.
विजय रूपाणी: राजकोट पश्चिम से एक बार फिर चुनाव जीते हैं. पिछले साल आनंदीबेन पटेल के इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री बने थे. चुनावों से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि विजय रूपानी का चेहरा चुनावों में आगे रहा है और राज्य में उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा रहा है. ऐसे में स्पष्ट संकेत माना जा रहा था कि जीत के बाद विजय रूपानी ही मुख्यमंत्री होंगे. लेकिन उनके नाम की स्पष्ट घोषणा नहीं होने के कारण अब सीएम पद के लिए सस्पेंस बन गया है.
स्मृति ईरानी: केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री हैं. इसी साल अगस्त में दूसरी बार गुजरात से राज्यसभा सदस्य बनी हैं. आक्रामक और तेज-तर्रार नेता की छवि है.
नितिन पटेल: गुजरात के उपमुख्यमंत्री. पाटीदार आंदोलन के बावजूद पटेल बाहुल्य मेहसाणा सीट जीतने में कामयाब रहे. कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी जीवाभाई पटेल को हराया.
रणछोड़भाई चानाभाई फाल्दू: बीजेपी की गुजरात यूनिट के पूर्व अध्यक्ष. कलावाड विधानसभा सीट से एमएलए.
मनसुख मनवाडि़या: केंद्रीय सड़क परिवहन और हाईवे राज्यमंत्री. गुजरात से राज्यसभा सदस्य. गुजरात बीजेपी के जनरल सेक्रेट्री हैं.
अरुण जेटली और सरोज पांडेय बने पर्यवेक्षक
इस बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा की महासचिव सरोज पांडेय गुजरात में मुख्यमंत्री के चयन के लिए पार्टी के पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने पत्रकारों को बताया कि पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में जेटली और पांडेय को पर्यवेक्षक नियुक्त करने का फैसला किया गया. बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे.
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण एवं नरेंद्र सिंह तोमर को हिमाचल प्रदेश में पार्टी का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. इससे पहले, एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जब शाह से पूछा गया कि हिमाचल प्रदेश में यदि पार्टी के सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल चुनाव हार जाते हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि पार्टी का संसदीय बोर्ड इस पर फैसला करेगा.
गुजरात में बीजेपी जीती, हिमाचल की जनता ने फिर बदली सरकार
चुनावी बिसात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के सटीक दाव एक बार फिर कांग्रेस पर भारी पड़े और भगवा पार्टी ने राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण गुजरात की हुकूमत बरकरार रखते हुए हिमाचल की सत्ता भी अपने नाम कर ली. प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात में जहां भाजपा 99 सीटें जीतकर लगातार छठी बार सरकार बनाने जा रही है वहीं हिमाचल प्रदेश की जनता ने सत्तारूढ़ दल को दूसरा मौका न देने की अपनी परंपरा निभाई.
हिमाचल में भाजपा ने कुल 68 में से 44 सीटें जीत लीं, लेकिन उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार धूमल को कांग्रेस प्रत्याशी ने करीब 1900 वोटों से हरा दिया. गुजरात में दिन भर आंकड़े ऊपर-नीचे होते रहे, हालांकि भाजपा ने निर्णायक बढ़त बनाए रखी. शाम होते-होते भाजपा ने 182 सदस्यीय विधानसभा में पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया.
चुनाव आयोग के अंतिम आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में लगातार छठी बार सत्ता में काबिज होने जा रही भाजपा 182 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 99 जीती हैं जबकि विपक्षी कांग्रेस 77 सीटें जीती हैं. राकांपा को एक और भारतीय ट्राइबल पार्टी को दो सीटें मिली हैं. तीन सीटों पर निर्दलीय जीते हैं. राज्य में साल 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 115 और कांग्रेस को 61 सीटें हासिल हुई थीं.
Bureau Report
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