छेड़खानी से तंग आकर छात्रा ने की खुदकुशी, 10 दिन तक थाने में चक्कर लगा रहा था परिवार

छेड़खानी से तंग आकर छात्रा ने की खुदकुशी, 10 दिन तक थाने में चक्कर लगा रहा था परिवारनईदिल्लीः यूपी के बांदा में छेड़खानी परेशान छात्रा द्वारा खुदकुशी करने का मामला समाने आया है. बताया जा रहा है कि एक बदमाश द्वारा उसके पीछा किए जाने की शिकायत पर जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उसने मौत को गले लगाना बेहतर समझा. आपको बता दें कि आज (16 दिसंबर) देश को झकझोर देने वाले निर्भया कांड की पांचवी बरसी है. इस दिल दहला देने वाले हादसे के बाद देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई कानून बने और पुलिस को भी महिलाओं से संबंधित अपराध पर कार्रवाई करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए थे.

लेकिन निर्भया कांड के पांच साल बाद भी ऐसा लगता है कि हालत जस के तस बने हुए है. ना तो महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की संख्या में कोई कमी आई है और ना ही पुलिस के तौर तरीकों में कोई बदलाव हुआ है.  

यूपी के बांदा जिले में हुई वारदात की बात करें तो यहां के अतर्रा थाना क्षेत्र में ग्रजुएशन कर रही छात्रा ने छेड़खानी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. इस पूरे मामले पर युवती के पिता ने आरोप लगाया कि वह दस दिनों तक अपनी बेटी के साथ छेड़खानी की शिकायत करने के लिए थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन किसी ने भी उनकी बात नहीं सुनी. मृतक के पिता का कहना है कि,  ‘पिछले 10 दिनों से हम लोग पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश में लगे रहे, हम एक पुलिस थाने से दूसरे पुलिस थाने चक्कर लगाते रहे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, किसी ने हमारी नहीं सुनीं.’

यूपी पुलिस ने जब इस छात्रा के परिवार की नहीं सुनीं तो बदमाशों के हौंसले बुलंद होते चले गए. बदमाश इस छात्रा का पीछा करते रहे और हारकर इस छात्रा ने अपने घर में ही खुद को फांसी के फंदे लटका लिया. मृतक छात्रा की उम्र 21 वर्ष बताई जा रही है. पुलिस का कहना है कि मृतक छात्रा के पिता की शिकायत पर तीन युवकों के खिलाफ छेड़खानी और आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. 

यहां गौर करने वाली बात यह है कि अगर पुलिस ने समय रहते ही यह कदम उठा लिया होता तो शायद किसी छात्रा को मौत को गले लगाने के लिए मजबूर ना होना पड़ता. इस पूरे मामले में जहां गलती आरोपी युवकों की सामने आ रही है वहीं सबसे बड़ी गलती पुलिस की दिखाई देती है.

इस छात्रा के परिवार वालों की पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने पर मीडिया ने बांदा की एसपी शालिनी का कहना है कि, ‘हम पूरे मामले की जांच कर रहे है, मुझे नहीं पता पीड़ित परिवार का क्या आरोप है, उन्होंने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है, अगर उन्होंने शिकायत दर्ज कराई तो हम अवश्य कार्रवाई करेंंगे’

Bureau Report

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