नई दिल्लीः हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में छात्रों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन का अनूठा तरीका निकाला और सड़क किनारे ही पढ़ाई करने के लिए बैठ गए. गुरुवार को धर्मशाला में जिला पुस्तकालय (लाइब्रेरी) के बाहर सैंकड़ों की संख्या में छात्र सड़क के किनारे बैठकर पढ़ते दिखाई दिए. यह छात्र जिले के ही सरकारी कॉलेजों में पढ़ते हैं और इनकी मांग है कि लाइब्रेरी में बुनियादी सुविधाओं का आभाव है. कई बार मांग करने के बावजूद भी प्रशासन ने उन्हें पूरा नहीं किया है. जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया है.
छात्रों का कहना है कि लाइब्रेरी में न तो बैठने के लिए कुर्सियां हैं और ना ही शौचालय, इसकी शिकायत पहले भी कई बार कर चुके हैं लेकिन प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं करता. तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कैसे यहां छात्र सड़कों पर किताबों और अखबारों के साथ बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं.
प्रदर्शन कर रहे युवाओं का कहना है कि जिला पुस्तकालय अव्यवस्था के चलते वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने मीडिया को बताया कि अपनी परेशानी के बारे में कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को बताया गया है लेकिन किसी ने कोई पहल नहीं की. अपनी मांगों की अनदेखी का विरोध दर्शाने के लिए गुरुवार सुबह युवा जिला पुस्तकालय के अध्ययन कक्षों में बैठने की बजाय बाहर सड़क के दोनों ओर किताबें लेकर पढ़ने बैठ गए.
युवाओं के प्रदर्शन का पता लगने पर सरकारी अमला वहां पहुंचा और युवाओं की समस्याएं भी सुनीं. कई समस्याओं का समाधान मौके पर किया गया, तो कई के समाधान का आश्वासन दिया गया.
मामला बढ़ा तो शिक्षा सचिव के आदेशों के बाद शिक्षा निदेशक और एडीएम कांगड़ा मौके पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने समस्याओं का जायजा लिया. आदेश के बाद तय हुआ कि रविवार को पेयजल टंकियों की सफाई प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में युवा स्वयं करेंगे.
इसके अलावा शौचालयों की सफाई व्यवस्था और वहां ताले न लगाने के आदेश भी दिए गए. पुस्तकालय में अध्ययन कक्ष में लाइब्रेरी की सदस्यता के बिना भी बैठने की अनुमति होगी. अध्ययन कक्ष में पहले आओ, पहले पाओ की स्थिति रहेगी. इसके साथ ही गर्मियों में लाइब्रेरी खुलने का समय सुबह छह से सायं 10 बजे तक करने, सर्दियों में सुबह आठ से सायं आठ तक का समय निर्धारित किया.
Bureau Report
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