नईदिल्लीः मुंबई के समुद्र में पवन हंस कंपनी के हेलीकॉप्टर के क्रैश से इसमे सवार सभी 7 लोगों की मौत हो गई. यह हेलीकॉप्टर भारत सरकार के उपक्रम ONGC (ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन) के अधिकारियों को ले जा रहा था. हेलीकॉप्टर में ओएनजीसी के पांच डीजीएम और दो पायलट सवार थे. ताजा अपडेट्स के मुताबिक कोस्ट गार्ड हेलीकॉप्टर का मलबा मिल गया है. अभी तक 4 शव बरामद कर लिया गया है. यह हेलीकॉप्टर सात साल पुराना बताया जा रहा है और इसका रजिस्ट्रेशन नंबर वीटी-पीडब्ल्यूए है.
पवन हंस दाऊफिन एन3 हेलीकॉप्टर ने सुबह दस बज कर 25 मिनट पर जूहू एयरोड्रोम से उड़ान भरी थी और इसे मुंबई हाई (बॉम्बे हाई) स्थित निर्दिष्ट तेल क्षेत्र पर उतरना था. इस हेलीकॉप्टर को यहां सुबह 11 बजे पहुंचना था.
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘नेवी और कोस्ट गार्ड अपना काम कर रहे हैं, मैं खुद मुंबई जा रहा हूं ताकि सभी चीजों पर नजर रख सकूं, मैंने इस बारे में रक्षा मंत्री से भी चर्चा की है, उन्होंने भी इस हादसे पर चिंता व्यक्त की है और नेवी व कोस्ट गार्ड को पूरे मामले पर नजर रखने को कहा है ‘
हेलीकॉप्टर का अंतिम बार एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) सुबह 10.20 पर हुआ था. ऐसा माना जा रहा है कि इसका एटीसी से संपर्क मुंबई से 30 नॉटिकल माइल्स से कुछ ही दूरी पर टूटा. यह हेलीकॉप्टर करीब सात साल पुराना बताया जा रहा है. ओएनजीसी ने संपर्क नहीं होने पर इमरजेंसी कॉलिंग के जरिए इंडियन कोस्ट गार्ड (भारतीय तट रक्षक) और नेवी (नौसेना) को सूचना दी.
नौसेना ने बताया कि उसने हेलीकॉप्टर की तलाश के लिए अपनी स्टील्थ पनडुब्बी आईएनएस टेग तैनात की है. साथ ही टोही विमान पी8आई को भी खोज के लिए लगाया है. सर्च ऑपरेशन में भारतीय तट रक्षक के जहाज भी लगे हैं.
Bureau Report
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