लखनऊः प्रदेश में डकैती और हत्या की कई वारदातों को अंजाम देने वाले बावरिया गैंग से कृष्णा नगर क्षेत्र के गंगा खेड़ा के जंगलों में पुलिस की मुठभेड़ हुई. इसमें बावरिया गैंग के 4 डकैतों को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है. इनमें से दो डकैत गोली लगने से घायल भी हुए हैं. वहीं सूत्रों का कहना है कि 3 डकैत फरार होने में सफल रहे. यह गैंग मूलतः राजस्थान का रहने वाला है. पुलिस का कहना है कि बाराबंकी, लखनऊ के चिनहट, काकोरी, मलिहाबाद और फर्रुखाबाद में हुई डकैती और हत्या की कई वारदातों को इसी गिरोह ने अंजाम दिया था.
शुक्रवार रात हुई मुठभेड़
शुक्रवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि कृष्णा नगर के गंगा खेड़ा के जंगलों में डकैतों के देखे जाने का पता चला. इसके बाद एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस की टीम गठित की गई. एस ओ कृष्णानगर अंजनी पाल, एस ओ हजरतगंज आनंद साही, एस ओ गुडंबा सूरज सोनकर एस ओ सरोजिनी नगर धर्मेश शाही की टीम ने डकैतों की घेराबंदी की. गंगा खेड़ा के जंगलों में पुलिस और डकैतों के बीच मुठभेड़ के दौरान 2 डकैत पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए और दो अन्य डकैतों को गिरफ्तार कर लिया गया.
राजस्थान का रहने वाला है गैंग
गिरफ्तार किए गए डकैतों ने पूछताछ में अपना नाम राजेश बावरिया निवासी झुंझुनू राजस्थान, रमेश बावरिया निवासी भीलवाड़ा थाना सदर अलवर राजस्थान, घायल मनोज बावरिया निवासी जुग्गी सब्जी मंडी अलवर राजस्थान और महेंद्र बावरिया निवासी खाजा कॉलोनी बीकानेर राजस्थान बताया है.इनके पास से पुलिस ने एक 12 बोर की बंदूक, दो 12 बोर के देसी तमंचे और एक 315 बोर का देसी तमंचा बरामद किया है. एक मोबाइल फोन भी मिला है.
देर रात तक चली पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार डकैतों ने डकैती और हत्या की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया. पुलिस की तफ्तीश जारी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन अपराधियों को पुलिस रिमांड पर लेने के पश्चात अग्रिम पूछताछ की जाएगी.
बावरिया गैंग के खिलाफ की गई इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है. बीते दिनों बावरिया गैंग ने लखनऊ एवं आसपास के क्षेत्रों में डकैती एवं हत्या की कई वारदातों को अंजाम दिया था. कई महीनों से पुलिस से बचते चले आ रहे इन डकैतों पर अंततः पुलिस का शिकंजा कसता दिख रहा है.
Bureau Report
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