बेंगलुरू: अपने क्रिकेट के दिनों में शांत, सौम्य लेकिन धाकड़ बल्लेबाज रहे राहुल द्रविड़ एक बार फिर कई वजहों से सुर्खियों में हैं. हमेशा ग्लैमर से दूर रहने वाले लेकिन क्रिकेट की दुनिया में ‘लीजेंड’ कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ इन दिनों क्रिकेट जगत के साथ-साथ सियासी पिच पर भी सुर्खियां बटोर रहे हैं. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद ‘द वाल’ के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को पहले भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पद का ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने इसको नकार दिया था और तड़क-भड़क से दूर युवा क्रिकेट टैलेंट को संवारने के लिए अंडर-19 क्रिकेट टीम का कोच पद संभाला था.
उसके नतीजे के रूप में बीते दिनों भारत की U-19 क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर वर्ल्ड कप जीता. यह भारत का चौथा वर्ल्ड कप खिताब था. पूरे टूर्नामेंट में भारत का दबदबा बना रहा. इस कप को जिताने में कोच राहुल द्रविड़ की अहम भूमिका मानी जा रही है. वर्ल्ड कप जीतने के बाद युवा खिलाडि़यों ने इस जीत का श्रेय राहुल द्रविड़ को दिया. ट्विटर पर राहुल द्रविड़ हैशटैग कई दिनों तक ट्रेंड करता रहा. राहुल द्रविड़ की हर जगह चर्चा हो रही है लेकिन हमेशा की तरह राहुल द्रविड़ इन सबसे दूर खामोशी अख्तियार किए हैं.
कर्नाटक में चुनाव
अब दूसरी तस्वीर यह है कि कर्नाटक में अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. कर्नाटक ही राहुल द्रविड़ का गृह राज्य है. इसी कड़ी में रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने परिवर्तन यात्रा रैली के माध्यम से राज्य में बीजेपी का चुनावी शंखनाद किया है. उन्होंने अपने भाषण में खासतौर से राहुल द्रविड़ की उपलब्धियों का जिक्र किया. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ”हमारी अंडर-19 क्रिकेट टीम ने पिछले दिनों वर्ल्ड कप जीता. इस टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ की इस विजय के पीछे अहम भूमिका रही. उन्होंने हमको ईमानदारी से काम करने और दूसरे के लिए जीने की सीख दी.”
पीएम मोदी द्वारा राहुल द्रविड़ के जिक्र के साथ ही सियासी जगत में भी इस पूर्व क्रिकेट कैप्टन की चर्चा शुरू हो गई है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि दरअसल राहुल द्रविड़ यूथ ऑइकन हैं. पीएम मोदी का भी यूथ कनेक्ट जबर्दस्त है. वह युवाओं से उन्हीं की शैली में संवाद करना पसंद करते हैं. ऐसे में राहुल द्रविड़ का जिक्र करके कर्नाटक के गौरव को उन्होंने देश के क्षितिज पर रेखांकित तो किया ही है, इसके साथ ही चुनावी माहौल में कर्नाटक से खुद को कनेक्ट करने का काम भी किया है.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रैली के साथ ही कर्नाटक में चुनावी शंखनाद कर दिया है. इसके साथ ही अगले तीन महीने के भीतर होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी 10-12 फरवरी के बीच राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं. इस बीच कर्नाटक में अप्रैल में चुनावों की संभावना जताई जा रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस और बीजेपी ने अपने टॉप लीडरों के प्रचार के लिए इंतजाम शुरू कर दिए हैं.
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