‘फ्रेंड ऑफ दि डेड’ के बिना मुमकिन नहीं थी श्रीदेवी के पार्थिव शरीर की जल्दी ‘वतन वापसी’, जानें कौन हैं ये शख्स.

'फ्रेंड ऑफ दि डेड' के बिना मुमकिन नहीं थी श्रीदेवी के पार्थिव शरीर की जल्दी 'वतन वापसी', जानें कौन हैं ये शख्स.दुबई: भारतीय सिनेमा की पहली महिला सुपरस्टार श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत ले जाने की प्रक्रिया में शामिल एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि दुबई से भारत ले जाते समय अभिनेत्री ‘‘सोती हुई परी’’ की तरह लग रही थीं. गल्फ न्यूज ने बुधवार (28 फरवरी) को अपनी एक खबर में कहा कि अशरफ थमारस्सेरी श्रीदेवी के शव पर लेप लगाए जाने के बाद एक निजी विमान में ले जाने से पहले उन्हें आखिरी बार देखने वाले चुनिंदा लोगों में शामिल थे. उत्तर केरल के कोझिकोड जिले के रहने वाले 44 साल के कार्यकर्ता ने अखबार से कहा, ‘‘ऐसा लग रहा था जैसे कि वह शांति से सोई हुई हैं और कोई परी (स्लीपिंग ब्यूटी) हैं.’’ उन्होंने कहा कि 54 वर्षीय अभिनेत्री वैसी ही दिख रही थीं जैसे कि वह पर्दे पर या तस्वीरों में दिखती थीं.

अशरफ ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग में आयी खबर के उलट उनके सिर पर चोट के कोई निशान नहीं थे. अशरफ पिछले 18 साल में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से दुनिया भर में पार्थिव शरीरों को भेजने में मदद करते रहे हैं. वह अब तक 4,700 से ज्यादा लोगों के शवों को उनके वतन भेजने में मदद कर चुके हैं. इस वजह से उन्हें यहां ‘फ्रेंड ऑफ दि डेड’ कहा जाता है.

अशरफ इस सेवा के लिए कोई पैसे नहीं लेते. कार्यकर्ता ने कहा कि श्रीदेवी के शव को तीन सफेद कपड़ों की चादरों में लपेटा गया था. उन्हें लकड़ी के एक साधारण ताबूत में ले जाया गया जिसकी कीमत 1,840 दिरहम (करीब 32,000 रुपये) है. दुबई स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा जारी किए गए लेप संबंधी प्रमाणपत्र में अशरफ का नाम लिखा है.

अलविदा श्रीदेवी : अब ‘चांदनी’ सितारों के हवाले
इससे पहले सारी जिंदगी कैमरे के सामने गुजारने वाली ‘स्टार’ अदाकारा श्रीदेवी बुधवार (28 फरवरी) को सफेद फूलों से सजे खुले वाहन में अपने अंतिम सफर पर रवाना हुईं और गमजदा परिवार ने नम आंखों से रूपहले पर्दे की इस चांदनी को सितारों के हवाले कर दिया. चौवन वर्षीय अभिनेत्री का बुधवार (28 फरवरी) को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लपेटकर लाया गया था. उनका पिछले शनिवार (24 फरवरी) को दुबई में असामयिक निधन हो गया था.

हजारों लोगों की भीड़ उन्हें एक नजर देखने के लिए उनके जनाजे के साथ साथ चलती रही. राह चलते लोगों ने रूक कर इस हरदिल अजीज अदाकारा को श्रद्धांजलि दी. श्रीदेवी भारतीय सिनेमा की पहली ऐसी महिला सुपरस्टार थीं जिन्होंने दक्षिण भारतीय फिल्मों और बॉलीवुड में समानांतर रुप से धाक जमायी. उन्होंने महज चाल साल की उम्र में रजतपट पर कदम रखा. अपने तकरीबन 50 वर्ष के करियर में तीन सौ फिल्मों में काम कर चुकीं इन अभिनेत्री को उनके हास्य, जिंदादिली और पर्दे पर उनकी नटखट अदाओं और हर किरदार में ढल जाने के हुनर के चलते सदा याद किया जाएगा.

Bureau Report

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