पश्चिमबंगाल: विश्व भारती विश्वविद्यालय के 49वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूनिवर्सिटी में जब अपने संबोधन की शुरुआत की तो उन्होंने सबसे पहले वहां मौजूद लोगों खासतौर पर छात्रों से माफी मांगी. पीएम मोदी ने कहा कि ‘बतौर चांसलर जब मैं यहां पहुंचा तो कुछ छात्रों ने मुझे इशारा कर बताया कि यहां पानी की कमी है, इस असुविधा के लिए मैं माफी चाहता हूं.’
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि ‘मैं उनके इशारे से समझ गया कि यहां छात्रों के लिए पीने का पानी भी नहीं है. आपको यह असुविधा हुई है और यूनिवर्सिटी के चांसलर के नाते मेरा दायित्व बनता है, इसलिए मैं आप सभी से क्षमा मांग अपनी बात को आगे बढ़ाऊंगा.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘पीएम होने के नाते मुझे देश के कई विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने का अवसर मिला, लेकिन वहां मैं अतिथि के रूप में जाता था, लेकिन यहां मैं अतिथि के रूप में नहीं, बल्कि आचार्य के नाते आपके बीच आया हूं. यहां मेरी भूमिका इस महान लोकतंत्र के कारण है.’
उल्लेखनीय है कि पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचे हैं, जहां उन्होंने विश्व भारती विश्वविद्यालय के 49वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया. समारोह से पहले उन्होंने अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना से शांति निकेत में मुलाकात की और उनका स्वागत किया. कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री का मोदी-मोदी के नारों के साथ स्वागत हुआ. समारोह समाप्ति के बाद पीएम मोदी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. दोनों नेता भारत और बांग्लादेश के सांस्कृतिक संबंधों के प्रतीक ‘बांग्लादेश भवन’ का उद्घाटन भी करेंगे. इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं.
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