उत्तरप्रदेश: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है. एक तरह तरफ जहां विश्वविद्यालय से जिन्ना की तस्वीर हटाने की मांग करते हुए हिंदूवादी संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं. तो दूसरी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तस्वीर हटाने से साफ मना कर दिया है. अलीगढ़ इस समय पुलिस छावनी में तब्दील है. अभी शहर में इंटरनेट पर पाबंदी है. शनिवार रात 12 बजे तक धारा 144 लगी हुई है. इस बीच इस मामले में एक मुस्लिम नेता ने नया बयान देकर इस विवाद को और आगे बढ़ा दिया है.
जिन्ना की तस्वीर हटाने संबंधी विवाद में ऑल इंडिया मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय प्रमुख फरहत अली ने कहा, ‘मैं सभी से अपील करता हूं कि जिन्ना और उन जैसे लोगों के पोस्टर जलाएं. मैं जिन्ना की तस्वीर जलाने वाले को एक लाख का इनाम दूंगा.’
मीडिया एएनआई के मुताबिक, फरहत अली ने कहा, जिन लोगों ने आजादी के आंदोलन में अपनी शहादत दी, क्या ऐसे लोगों की तस्वीरें पाकिस्तान के किसी भी शिक्षण संस्थान में लगी हैं. क्या पाकिस्तान में महात्मा गांधी की तस्वीर कहीं पर लगी है. तो फिर जिन्ना की तस्वीर को हमारे यहां के संस्थानों में कैसे लगाया जा सकता है. मेरा मानना है कि जो लोग भारत से पाकिस्तान गए थे, उन्हें अपमान किया जाता है. हिंदुस्तान के नेताओं को इज्जत नहीं दी जाती. ऐसे में भारत का मुसलमान भी जिन्ना को घृणा की नजर से देखता है, हिकारत की नजर से देखता है. मैं फरहत अली खान अपने देश के लोगों से अपील करता हूं कि देश में जहां भी जिन्ना या उसके जैसे लोगों की तस्वीर लगी है, उसे उखाड़कर फेंक दें. इसके साथ ही जो शख्स जिन्ना की तस्वीर को उखाड़कर फेंकेगा, उसे 1 लाख का इनाम दिया जाएगा.
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