नईदिल्ली: भारतीय वायुसेना के लड़ाकू जेट के दुर्घटना को लेकर वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने चौकाने वाला बयान दिया. दुर्घटनाओं के पीछे उन्होंने सोशल मीडिया को जिम्मेदार बताया. वायु सेना प्रमुख ने शुक्रवार (14 सितंबर) को कहा कि रात में कई घंटे तक सोशल मीडिया पर वक्त बिताने की वजह से वायु सेना के पायलट पूरी नींद नहीं ले पा रहे हैं. उन्होंने एक ऐसी प्रणाली की वकालत की जो पता लगा सके कि उड़ान भरने से पहले पायलटों ने पर्याप्त नींद तो ली है.
एयर चीफ मार्शल धनोआ ने यहां इंडियन सोसायटी ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन के 57वें सम्मेलन में कहा कि सभी देर रात तक कई घंटे सोशल मीडिया पर बिताते दिखते हैं. कई बार उड़ान से पहले की ब्रीफिंग सुबह छह बजे होती है और तब तक पायलट ठीक से नींद नहीं ले पाते हैं. इस समस्या के संदर्भ में धनोआ ने कहा कि हमें ऐसी प्रणाली की जरूरत है जहां पता चल सके कि पायलट ने नींद अच्छी तरह ली है या नहीं.
उन्होंने कहा कि साल 2013 में एक भीषण दुर्घटना घटी थी, क्योंकि पायलट ने लंबे समय से पूरी नींद नहीं ली थी. आपको बता दें कि साल 2013 में राजस्थान के बाड़मेर जिले में भारतीय वायुसेना का एक मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. हादसा बाड़मेर से 40 किलोमीटर की दूरी पर हुआ था. वायु सेना प्रमुख ने कहा कि मैं चिकित्सा क्षेत्र के लोगों से इस समस्या का समाधान निकालने का अनुरोध करता हूं.
आपको बता दें इससे पहले बुधवार को वायु सेना प्रमुख ने कहा था कि चीन तिब्बत में लड़ाकू विमान तैनात करने के साथ ही अपनी हवाई शक्ति में उल्लेखनीय रूप से वृद्धि कर रहा है और भारत को भी अपने ‘प्रतिद्वंद्वियों’ की क्षमताओं को ध्यना में रखते हुए अपनी वायु सेना का आधुनिकीकरण करना चाहिए.
Bureau Report
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