नईदिल्ली: जम्मू और कश्मीर में 2019 का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है. गुरुवार दोपहर को अवंतीपोरा में आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाया. आतंकियों ने इलाके में जवानों पर पहले गोलीबारी की और फिर उन पर कार के जरिये आईईडी ब्लास्ट किया. इसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के 8 जवान शहीद हुए हैं. उरी के बाद ये सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है. यह आतंकी हमला पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में हुआ.
कहा जा रहा है कि इस आतंकी हमले में शहीदों की संख्या बढ़ सकती है. हमले में घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. साथ ही आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ के जिस काफिले पर हमला हुआ है, उसमें 20 जवान मौजूद थे. बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में ही मंगलवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन का एक आतंकवादी मारा गया था. इसने पिछले साल यहां एक अस्पताल से लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर नवीद जट को भगाने में मदद की थी. मुठभेड़ में एक सैनिक भी शहीद हो गया और एक अन्य सैनिक घायल है.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया था कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने रात में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में रतनीपुरा इलाके की घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया. इस बीच, आतंकवादियों के सुरक्षाबलों पर गोलीबारी करने से मुठभेड़ शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया जिसका शव मौके से बरामद कर लिया गया है.
प्रवक्ता ने बताया था कि मारे गए आतंकवादी की पहचान हिलाल अहमद राठर के रूप में हुई है, जो पुलवामा जिले के बेगमबाग काकापुरा का निवासी था. उन्होंने बताया कि पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक राठर हिज्बुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा था. सुरक्षा संस्थानों पर हमला करने और आम लोगों पर अत्याचर करने सहित राठर का आतंकी कृत्यों का लंबा इतिहास था.
Bureau Report
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