मुंबई: रंगमंच से जुड़ी देश की 600 से अधिक बड़ी हस्तियों ने एक पत्र लिख कर लोगों से कहा है कि वे ‘वोट डाल कर भाजपा और उसके सहयोगियों’ को सत्ता से बाहर करें. इन लोगों में अमोल पालेकर, नसीरूद्दीन शाह, गिरीश कर्नाड, एमके रैना और उषा गांगुली जैसी चर्चित हस्तियां भी शामिल हैं. इन लोगों ने जोर देते हुये कहा कि भारत की और इसके संविधान की अवधारणा खतरे में है.
यह ख़त गुरुवार को जारी हुआ और इसे 12 भाषाओं में तैयार करके आर्टिस्ट यूनाईट इंडिया वेबसाइट पर डाला गया है. इसमें कहा गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव देश के ‘‘इतिहास के सबसे अधिक गंभीर’’ चुनाव है. इस पत्र पर शांता गोखले, महेश एलकुंचेवार, महेश दत्तानी, अरूंधती नाग, कीर्ति जैन, अभिषेक मजूमदार, कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, लिलेट दुबे, मीता वशिष्ठ, मकरंद देशपांडे और अनुराग कश्यप के हस्ताक्षर हैं.
इन लोगों ने कहा है कि, ‘आज देश की अवधारणा मुश्किल में है. आज गीत, नृत्य, हास्य खतरे में है. आज, हमारा न्यारा संविधान खतरे में है.’ उन्होंने कहा कि सरकार ने उन संस्थाओं का गला घोंट दिया है जहां तर्क, बहस और असहमति का विकास होता है.
उन्होंने पत्र में लिखा है कि किसी लोकतंत्र को सबसे कमजोर और सबसे अधिक वंचित लोग को सशक्त बनाना चाहिये. कोई जम्हूरियत बिना सवाल, बहस और सजग विपक्ष के बिना काम नहीं कर सकता. इन सभी को मौजूद सरकार ने पूरी ताकत से कुचल दिया है. पत्र में लोगों से कहा गया है कि वे ‘‘संविधान और हमारी सर्वधर्मभाव, धर्मनिरपेक्ष भावना’’ का संरक्षण करें और ‘कट्टरता, घृणा और निष्ठुरता’ को सत्ता से बाहर करें.
गत सप्ताह ऐसी ही एक अपील भारतीय फिल्मकारों आनंद पटवर्धन, सनल कुमार शशिधरन और देवाशीष मखीजा ने जारी करके मतदाताओं से कहा कि वे ‘फासीवाद को हरायें.’
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