PM मोदी सनी देओल से मिले, गदर का डॉयलाग दोहराया- ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद है, था और रहेगा’

PM मोदी सनी देओल से मिले, गदर का डॉयलाग दोहराया- 'हिंदुस्तान जिंदाबाद है, था और रहेगा'नईदिल्‍ली: राजनीति में आए अभिनेता सनी देओल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. देओल गुरदासपुर संसदीय सीट (lok sabha elections 2019) से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार हैं. देओल से मुलाकात बाद मोदी ने उनके साथ एक फोटो साझा किया और ट्वीट किया, “मुझे सनी देओल की मानवता और एक बेहतर भारत के लिए उनके गहरे जुनून ने प्रभावित किया. आज उनसे मिलकर अच्छा लगा. हम गुरदासपुर में उनकी जीत की कामना करते हैं.”

प्रधानमंत्री ने देओल की सुपरहिट फिल्म गदर का एक संवाद भी लिखा, “हम दोनों सहमत हैं –हिंदुस्तान जिंदाबाद है, था और रहेगा.” दिग्गज अभिनेता धर्मेद्र के बेटे सनी देओल गुरदासपुर में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ का मुकाबला करेंगे. अतीत में इस सीट का प्रतिनिधित्व भाजपा के दिवंगत विनोद खन्ना ने किया था. पंजाब में मतदान अंतिम चरण में 19 मई को होगा.

टिकट कटने से विनोद खन्‍ना की पत्‍नी नाराज
पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से अभिनेता सनी देओल को चुनाव मैदान में उतारे जाने से परेशान पूर्व केंद्रीय मंत्री और अभिनेता विनोद खन्ना की विधवा कविता खन्ना ने शनिवार को कहा कि वह महसूस करती हैं कि उन्हें त्याग दिया गया है और खारिज कर दिया गया है क्योंकि आखिरी घड़ी में उन्हें टिकट से वंचित कर दिया गया. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव नहीं लड़ेंगी.

कविता ने यहां संवाददाता सम्मेलन में गुरदासपुर से उनकी उम्मीदवारी पर गौर नहीं करने पर भाजपा पर उनके साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया. विनोद खन्ना ने इस लोकसभा क्षेत्र का चार बार प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने महसूस किया कि मुझे त्याग दिया गया है और खारिज कर दिया गया है. मुझे बिल्कुल महत्वहीन महसूस कराया गया. पार्टी से किसी ने भी यह कहने के लिए मुझसे बात नहीं की कि दूसरा उम्मीदवार है. जब वह (सनी देओल) भाजपा में शामिल हुए तब मैं दिल्ली में थी. यदि उसने (पार्टी ने) मुझे बुलाया होता तो मैं जाती. मुझसे कई अन्य दलों ने संपर्क किया है. ’’

भाजपा ने मंगलवार शाम को देओल को गुरदासपुर से अपना उम्मीदवार बनाया है. इस फैसले को कविता के लिए एक झटका के तौर पर देखा जा रहा है जिन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाए जाने की उम्मीद थी. गुरदासपुर में लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल रहीं कविता ने कहा कि पार्टी से कई आश्वासन मिलने के बाद वह नामांकन पत्र भरने के लिए तैयार थीं लेकिन आखिरी घड़ी में उन्हें टिकट से वंचित कर दिया गया.

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने आहत महसूस किया क्योंकि मैं समझती हूं कि पार्टी को उम्मीदवार तय करने का हक है, परंतु ऐसा करने का एक तरीका है. जिस तरीके से यह किया गया, मैंने महसूस किया कि मुझे त्याग दिया गया है और खारिज कर दिया गया है.’’ कई सालों तक कैंसर से जूझने के बाद 2017 में विनोद खन्ना का निधन हो गया था. उससे पहले उन्होंने 1998,1999,2004 और 2014 में इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था. वर्ष 2017 के गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस के सुनील जाखड़ विजयी हुए थे.

Bureau Report

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