तिरुवनंतपुरम: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में 543 में 542 सीटों पर मतगणना के नतीजे (Lok Sabha Election Results 2019) शुक्रवार को कई राज्यों में साफ हो चुके हैं. वहीं, केरल की कुल 20 लोकसभा सीटों में 18 पर कांग्रेस की अगुवाई वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने जीत दर्ज की है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायनाड सीट पर चार लाख से ज्यादा वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की. राज्य में सत्ताधारी माकपा की अगुवाई वाले एलडीएफ के लिए यह नतीजे चौंकाने वाले रहे. माकपा को सिर्फ एक सीट मिल सकी.
केरल में खाता खोलने की उम्मीद लगाए बैठी भाजपा को इस बार भी निराशा हाथ लगी. एलडीएफ की करारी हार पर मुख्यमंत्री पी विजयन ने एक बयान जारी कर कहा कि नतीजे ‘‘अप्रत्याशित’’ हैं. माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालाकृष्णन ने इस हार को ‘‘अस्थायी झटका’’ करार दिया और कहा कि वाम मोर्चा ऐसी हार से उबर जाएगा. विजयन ने एग्जिट पोल के आंकड़ों को खारिज कर दिया था. एग्जिट पोल में दिखाया गया था कि वाम मोर्चा को महज 4-5 सीटें मिलेंगी. यूडीएफ ने वाम मोर्चा का गढ़ माने जाने वाले कासरगोड़, कन्नूर, पालक्कड़, अलाथुर, इडुक्की और अट्टिंगल में भी विजय पताका लहराई है.
रात 12 बजे तक चुनाव आयोग ने राज्य की मवेलीकरा सीट के नतीजे घोषित नहीं किए हैं. यूडीएफ के 10 उम्मीदवारों ने एक लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है. वाम मोर्चा को सिर्फ अलाफुजा सीट पर जीत मिली. उसे इस सीट पर महज 9,000 वोटों से जीत मिली. यूडीएफ खेमे से जीत दर्ज करने वाले प्रमुख चेहरों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर, वाटाकारा से के मुरलीधरन, आईयूएमएल के दिग्गज नेता पी के कुन्हलकुट्टी (मल्लपुरम) और यूडीएफ के संयोजक बेनी बेहनन (चलाकुडी) शामिल हैं.
रेम्या हरिदास ने अलाथुर आरक्षित सीट से दो बार सांसद रह चुके पी के बैजू को 1.5 लाख से अधिक वोटों से हराया. वह भार्गवी थंकप्पन के बाद केरल से दूसरी दलित महिला सांसद होंगी. भार्गवी 1971 में अदूर सीट से माकपा के टिकट पर जीती थीं. रेम्या केरल से इस बार लोकसभा पहुंचने वाली एकमात्र महिला उम्मीदवार भी हैं. हारने वाले प्रमुख चेहरों में केंद्रीय मंत्री के जे अल्फॉंस (भाजपा), मिजोरम के पूर्व राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन (भाजपा) और के सुरेंद्रन (भाजपा) शामिल हैं.
Bureau Report
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