चंडीगढ़: लोकसभा चुनावों में पंजाब के 1.54 लाख से अधिक मतदाताओं ने नोटा (इनमें से कोई नहीं) का बटन दबाया. राज्य में कांग्रेस ने आम चुनाव में 13 लोकसभा सीटों में से आठ जीतकर शानदार जीत दर्ज की है.
निर्वाचन कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, 1,54,423 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना. यह कुल पड़े मतों का 1.12 प्रतिशत है. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में लगभग सभी सीटों पर नोटा पांचवें स्थान पर रहा.
फरीदकोट में सबसे ज्यादा वोटरों ने दबाया नोटा का बटन
आंकड़ों के मुताबिक, 13 लोकसभा सीटों में से फरीदकोट सीट पर सबसे ज्यादा मतदाताओं ने उम्मीदवारों को खारिज किया. फरीदकोट में कुल 19,246 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया.
आनंदपुर साहिब में 17,135 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना जबकि फिरोजपुर में 14,891 मतदाताओं ने किसी उम्मीदवार के पक्ष में वोट नहीं डाला.
बठिंडा में 13,323 मतदाताओं, फतेहगढ़ साहिब में 13,045, होशियारपुर में 12,868, जालंधर में 12,324, पटियाला में 11,110, लुधियाना में 10,538, गुरदासपुर में 9,560, अमृतसर में 8,763, संगरूर में 6,490 और खडूर साहिब में 5,130 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया.
निर्वाचन आयोग ने बताया कि यह दिलचस्प है कि नोटा मतों का प्रतिशत कुछ राजनीतिक दलों जैसे कि सीपीआई और सीपीएम को मिले वोट प्रतिशत से अधिक रहा.
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