नईदिल्ली: क्रिकेट की दुनिया में सचिन तेंदुलकर की स्पोर्ट्समैनशिप और मैदान उनके जेंटलमैन सलीके की मिसाल दी जाती है. उन्होंने कभी मैदान पर किसी खिलाड़ी या अंपायर से बहस नहीं की. इसके बाद भी वेस्टइंडीज के पूर्व अंपायर स्टीव बकनर तेंदुलकर के खिलाफ लिए गए अपने कड़े फैसलों के लिए आलोचना का शिकार होते रहे. हाल ही में सचिन ने ट्विटर एक वीडियो शेयर किया जिस पर आईसीसी ने सचिन को उन्हें बकनर के दिए जख्मों की याद दिला दी और उन्हें ट्रोल कर दिया. इस सचिन बड़ा ही माकूल जवाब दिया.
इस वीडियो पर किया आईसीसी ने कमेंट
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया था जिसमें सचिन अपने बचपन के दोस्त विनोद कांबली को गेंदबाजी कर रहे हैं. इस वीडियो में दोनों दोस्त लंबे समय बाद एक साथ एक ही मैदान पर खेलते हुए दिखाई दे रहे थे. इसके अलावा ज्यादातर ये दोनों खिलाड़ी एक साथ ही खेले हैं तो ऐसा केवल नेट्स में ही होता था कि सचिन कांबली को बोलिंग करें. इस बार भी यही हुआ और सचिन ने यह वीडियो ट्विटर पर शेयर कर दिया.
क्या कहा सचिन ने
इस वीडियो में सचिन और कांबली नवी मुंबई स्थित तेंदुलकर मिडिसेक्स ग्लोबल एकेडमी में लंच के दौरान पुराने दिनों की यादें ताजा करते दिखे. इस ट्वीट में कहा, “लंच ब्रेक में नेट पर विनोद कांबली के साथ वापस आने पर बहुत बढ़िया लगा. इसने हमें बचपन में शिवाजी पार्क की यादें ताजा कर दी.” सचिन ने आगे कहा, “ बहुत कम लोग जानते हैं कि विनोद और मैं हमेशा एक ही टीम से खेले और कभी एक दूसरे के खिलाफ नहीं खेले.”
क्या कहा आईसीसी ने
आईसीसी ने तेंदुलकर और बकनकर के बीच की तनातनी को याद करते हुए इस वीडियो पर कमेंट किया. आईसीसी ने इस वीडियो के जवाब में तेंदलुकर के साथ स्टीव बकनर की वह तस्वीर शेयर की जिसमें बकनर नो बॉल का इशारा कर रहे हैं. आईसीसी ने कमेंट में कहा कि अपने पैर का ध्यान रखें. दरअसल जो वीडियो सचिन ने शेयर किया उसमें सचिन कई बार नो बॉल करते नजर आ रहे हैं. आईसीसी ने इसी पर कमेंट कर मजाक में यह तस्वीर शेयर कर सचिन को ट्रोल किया.
जवाब में क्या कहा सचिन ने
आईसीसी का यह ट्वीट वायरल होते देर न लगी. वहीं सचिन भी इस बात का जवाब देने से नहीं चूके. सचिन ने अपने जवाब में कहा, “ कम से कम इस बार तो मैं गेंदबाजी कर रहा हूं बल्लेबाजी नहीं? …. अंपायर का फैसला हमेशा ही अंतिम निर्णय होता है? सचिन के इस जवाब को लोगों ने खूब पसंद किया. आखिर सचिन को यूं ही मास्टर ब्लास्टर नहीं कहा जाता.
तेंदुलकर ने खुल कर भी बकनर की आलोचना तो नहीं, लेकिन फैंस ने हमेशा ही बकनर को तेंदलुकर के खिलाफ होने को आड़े हाथों लिया. लेकिन यह काफी पुरानी बात हो गई है. दोनों, सचिन और बकनर अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दिखाई नहीं देते क्योंकि वे रिटायर हो चुके हैं.
Bureau Report
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