नईदिल्ली: एतिहाद की बोली से निराश बैंकों ने जेट एयरवेज (Jet Airways) के लिए दूसरे निवेशकों से बात करना शुरू कर दिया है. बैंकों की ओर से SBI कैप्स ने डार्विन ग्रुप से बातचीत की. डार्विन ग्रुप ने 10 मई को अंतिम दिन बोली सौंपी थी. हालांकि शुरुआती बोली में कंपनी ने हिस्सा नहीं लिया था. डार्विन ग्रुप का दावा है कि उसके पास 14 हजार करोड़ रुपये तक का निवेश करने की क्षमता है. डार्विन ग्रुप का यह भी दावा है कि जेट एयरवेज को फिर से शुरू करने के लिए एतिहाद से भी बातचीत हो रही है. SBI कैप्स ने डार्विन ग्रुप की वित्तीय स्थिति साबित करने के लिए ठोस सबूत पेश करने को कहा है. उसके बाद ही डार्विन ग्रुप को जेट एयरवेज के बही खातों और संपत्तियों की पड़ताल कर अपनी राय बनाने का मौका दिया जाएगा.
सीधी बोली वाली कंपनियों से भी संपर्क में बैंक
जेट एयरवेज के लिए बैंक दूसरी सीधी बोली वाली कंपनियों से भी संपर्क में हैं. दरअसल बैंक जेट एयरवेज के लिए अब सभी तरह के निवेशकों के प्रस्ताव को सुनने के लिए तैयार हैं. दरअसल एतिहाद ने शुक्रवार को सौंपी अपनी बोली में ऐसी शर्तें रखी हैं जिसे मानना बैंकों के लिए मुमकिन नहीं लग रह है. ऐसे में अब दूसरे निवेशकों के प्रस्तावों को भी बैंक जांच परख रहे हैं. अब तक डार्विन ग्रुप के अलावा आदि पार्टनर्स और ब्रिटिश कारोबारी जैनसन अन्सवर्थ ने भी हिस्सा खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है. बैंक NIIF, TPG कैपिटल और इंडिगो पार्टनर्स से फिर से बातचीत करने पर विचार कर रहे हैं.
100% तक हिस्सा लेने के लिए तैयार
यह भी दावा किया जा रहा है कि डार्विन ग्रुप जेट एयरवेज की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने के लिए तैयार है. इसके अलावा भी SBI कैप्स जेट के लिए और निवेशकों के संपर्क में है. डार्विन ग्रुप ने भी एतिहाद के साथ बातचीत का दावा किया है. आपको बता दें एतिहाद ने शुक्रवार की बोली में काफी कड़ी शर्तें रखीं थीं. ऐसे में बैंक एतिहाद की बोली की शर्तों को मानने के लिए तैयार नहीं हैं.
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