नईदिल्ली: हेलो रेलवे पुलिस, एक पिज्जा भिजवा दीजिये… रेलवे पुलिस मेरा मोबाइल रिचार्ज करवा दीजिए… हेलो सर, रेलवे में नौकरी कैसे मिलेगी… कुछ इसी तरह के फोन आते हैं दिल्ली में रेलवे पुलिस की हेल्पलाइन पर… हेल्पलाइन शुरू तो हुई थी यात्रियों की मदद करने के लिए लेकिन यात्रियों के ऐसे सवालों से अब रेलवे पुलिस परेशान हो चुकी है. हेल्पलाइन नंबर पर रोजाना 80 प्रतिशत से ज्यादा कॉल पिज्जा और बर्गर की डिलीवरी, मोबाइल रिजार्च और नौकारी की जानकारी हासिल करने के लिए आते हैं.
हेल्पलाइन पर रोजाना आते हैं करीब 200 कॉल
दिल्ली में रेलवे पुलिस के कंट्रोल रूम में हेल्पलाइन नंबर 1512 पर रोजाना करीब 200 कॉल आते हैं. इनमें से 80 फीसदी ऐसे कॉल होते हैं जिनमें यात्री स्टॉफ से पिज्जा-बर्गर जैसी खाने-पीने की चीजें डिलीवर करने की मांग करते हैं या रेलवे में नौकरियों के बारे में पूछताछ करते हैं. इसके अलावा लोग बर्गर, चाय, जूस, ठंडे पानी आदि की मांग करते हैं. कुछ ऐसे यात्री भी हैं जो बिजली का बिल जमा कराने के लिए या ट्रेन टिकट की बुकिंग कराने के लिए पुलिस की मदद मांगते हैं.
चार साल पहले हुई थी शुरुआत
रेलवे पुलिस हेल्पलाइन नंबर 1512 की शुरुआत 2015 में की गई थी. इसका मकसद ट्रेनों में यात्रियों को आने वाली दिक्कतों को हल करना था. रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों में होने वाले अपराध के बारे में पुलिस को शिकायत दर्ज कराने में मदद करना था. ये हेल्पलाइन नंबर देशव्यापी है, लेकिन ज्यादातर समय इसे पुलिस सहायता नंबर की तरह इस्तेमाल करने की बजाय लोग इसका उपयोग रेलवे पूछताछ के लिए करते हैं.
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