लंदन: भगोड़े शाराब कारोबारी विजय माल्या ने गुरुवार को ब्रिटिश हाईकोर्ट में पेशी के दौरान हाथ जोड़कर कहा कि भारतीय बैंक तुरंत अपने पूरे पैसे वापस ले लें. रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस के बाहर माल्या ने बयान देते हुए कहा कि मूलधन का 100 प्रतिशत भारतीय बैंक को वापस देने के लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया.
दरअसल, किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व मालिक 64 वर्षीय विजय माल्या पर भारत में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं, जिसकी जांच ईडी और सीबीआई कर रही है. कथित रूप से माल्या पर 9,000 करोड़ रुपये का बैंक लोन है.
माल्या ने कहा कि (मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून) के तहत उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है, लेकिन बैंकों की इस शिकायत पर कि “मैं भुगतान नहीं कर रहा हूं”, ईडी ने मेरी संपत्ति कुर्क कर ली.
माल्या ने ईडी पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि ईडी पैसा लेने से मना कर रहा है जबकि वो पूरा पैसा देने के लिए तैयार है. माल्या ने कहा कि हमारे पास इन संपत्तियों पर दावा है. इसलिए एक तरफ ईडी और दूसरी तरफ बैंक एक ही संपत्ति पर लड़ रहे हैं. माल्या ने कहा कि, पिछले चार साल से वे मेरे साथ जो कर रहे हैं, वह पूरी तरह अनुचित है.
वहीं प्रॉसिक्यूशन ने कहा कि माल्या के खिलाफ 32 हजार पेज के सबूत पेश किए गए हैं. आपको बता दें कि विजय माल्या प्रत्यर्पण वारंट को लेकर जमानत पर है. उसके लिए यह जरूरी नहीं है कि वह सुनवाई में हिस्सा ले, लेकिन वह अदालत आ रहा है. भारत वापस जाने के बारे में पूछे जाने पर माल्या ने कहा कि मुझे वह जगह चाहिए जहां मेरा परिवार है.
Bureau Report
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