वॉशिंगटन: अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने Johnson & Johnson को तगड़ा झटका दिया है. जिसके बाद कंपनी को 15500 करोड़ रुपये (1 डॉलर=73 रुपये) का मुआवजा उन महिलाओं को देना ही होगा, जिन्होंने Johnson & Johnson पर ये आरोप लगाया है कि कंपनी का बेबी पाउडर और दूसरे टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करने से उन्हें गर्भाशय कैंसर हुआ.
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने J&J की याचिका ठुकराई
इस मामले पर साल 2018 में सेंट लुईस ज्यूरी (St. Louis jury) ने 20 महिलाओं की याचिका पर एक साथ सुनवाई के बाद अपना फैसला सुनाया था, Johnson & Johnson का ये कहना था कि कोर्ट में उन्हें अपना पक्ष ठीक तरीक से रखने का मौका नहीं दिया गया, इसलिए उन्होंने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी कंपनी की याचिका को ठुकरा दिया, जिसके बाद अब Johnson & Johnson को मुआवजे के रूप में 15500 करोड़ रुपये महिलाओं को चुकाने ही होंगे.
अमेरिकी इतिहास में दर्ज हुआ मुकदमा
ये मुकदमा अमेरिका के इतिहास में दर्ज हो चुका है. St. Louis की ज्यूरी ने हर महिला को मुआवजे के तौर पर 25 मिलियन डॉलर देने का आदेश दिया था, यानी हर महिला को करीब 182 करोड़ रुपये मिलेंगे, इसके अलावा कंपनी पर 400 बिलियन डॉलर का अलग से पेनल्टी भी लगाई. इस तरह के केस में ये अमेरिकी कानूनी इतिहास का छठा सबसे बड़ा मामला बन गया. हालांकि पहले निचली अदालत ने 400 करोड़ डॉलर यानी करीब 29,200 करोड़ रुपये का मुआवजा तय किया था, लेकिन हाई कोर्ट में कंपनी की अपील के बाद इसे घटाकर आधा 212 करोड़ डॉलर कर दिया गया.
आज इंसाफ मिला: वकील
कंपनी पर अब भी 26,000 मुकदमे हैं, जिसमें आरोप है कि उनके बेबी पाउडर से कैंसर हुए. इतने विवादों के बाद Johnson & Johnson को पिछले साल अपने प्रोडक्ट को अमेरिका और कनाडा से वापस भी लेना पड़ा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महिलाओं के वकील मार्क लैनियर ने कहा कि आज न्याय हुआ, 20 परिवारों को इस भयानक बीमारी के लिए मुआवजा मिलेगा. और जॉनसन एंड जॉनसन इस बीमारी के लिए जिम्मेदार ठहराया गया, क्योंकि ये बीमारी उसकी वजह से ही हुई.
Bureau Report
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