जम्मू: सेक्टर कमांडर स्तर की बैठक में आतंकवाद को शह देने के लिए सीमा सुरक्षा के कड़ी आपत्ति जताने के बाद भी बाज नही आ रहे पाकिस्तान ने वीरवार देर शाम को सांबा जिले में तीन जगहों पर ड्रोन भेजकर सुरक्षा में सेंध लगाई।
सूत्रों के अनुसार नौ बजे के करीब सांबा जिले के चिलयाड़ी, बड़ी ब्राहमणा क आर्मी कैंप व घगवाल के सांदी गांव में आईटीबीपी कैंप के निकट 200 मीटर की उंचाई पर ड्रोन की सफेद लाइट देखी गई। सुरक्षा बलों ने करीब आधे घंटे के अंतराल में चिलयाड़ी व 2 अन्य जगहों पर तीन पाकिस्तानी ड्रोन देखे जाने पर त्वरित जवाबी कार्रवाई की। चिलयाड़ी में ड्रोन को निशाना बनाने के लिए गोलियां भी दागी। इसके बाद ड्रोन पाकिस्तान इलाके में चले गए। इसी बीच ड्रोन देखे जाने की घटना के बाद सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं। सुबह सीमा के पास इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जाएगा।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने 22 जुलाई को बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए आईडी धमाका करने आए एक पाकिस्तानी हेक्साकाप्टर ड्रोन को मार गिराया था। ड्रोन में पांच किलो की आईडी फिट थी। इसे बड़ी वारदात करने के लिए आतंकवादियों तक पहुंचाया जाना था।
इसके बाद 24 जुलाई को सीमा सुरक्षाबल ने आरएसपुरा के सुचेतगढ़ की आक्ट्राय पोस्ट पर हुई सेक्टर कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग में पाकिस्तान को इसके सुबूत सौंपे थे कि आतंकवादियों द्वारा ये ड्रोन पाकिस्तानी रेंजर्स की चौकियों के पास से उड़ाए गए थे। हमेशा की तरह पाकिस्तान ने ड्रोन से आतंकवाद को शह देने के आरोपों को नकार दिया था। अब सेक्टर कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग के चार दिन बाद तीन पाकिस्तान ड्रोन भारतीय क्षेत्र में देखे गए हैं।
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर 27 जून को पाकिस्तानी ड्रोन से दो बम गिराने की घटना के बाद ड्रोन की चुनौती से निपटने के लिए हाई अलर्ट जारी है। जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन हमले के बाद पाकिस्तान ड्रोन आने की गतिविधियों में तेजी आई है। तारी माह में ही जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तानी ड्रोन देखे जाने के 15 से अधिक मामले सामने आए हैं।
Bureau Report
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