नईदिल्ली: भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो में जारी ओलंपिक खेलों में इतिहास रच दिया है। पहली बार भारतीय टीम ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल तक पहुंची है। आखिरी बार ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम ने 1980 में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। हालांकि, उस समय भारतीय टीम चौथे नंबर पर रही थी, लेकिन इस बार रानी रामपाल की कप्तानी वाली टीम ने पदक की उम्मीद जगाई है।
भारतीय महिला टीम ने विश्व की नंबर दो टीम ऑस्ट्रेलिया को टोक्यो ओलंपिक 2020 के क्वार्टर फाइनल में मात दी है। भारतीय महिला हॉकी टीम ने ये मैच 1-0 के अंतर से जीता है। भारत की तरफ से एकमात्र और ऐतिहासिक गोल गुरजीत कौर ने दूसरे क्वार्टर में किया। गुरजीत कौर ने पहला गोल पेनाल्टी कार्नर से किया, जो भारतीय टीम के लिए ब्रह्मास्त्र साबित हुआ और भारत ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। सेमीफाइनल में जीतते ही भारत का एक और पदक पक्का हो जाएगा।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने मौजूदा समय में विश्व की नंबर दो हॉकी टीम ऑस्ट्रेलिया को मात दी। आखिरी के कुछ मिनटों में ऐसा लग रहा था कि कंगारू टीम बराबरी कर सकती है, लेकिन भारतीय टीम ने अपना शानदार खेल दिखाया है स्कोर 1-0 से आगे ही रखा। इसी का नतीजा रहा कि भारत ने दूसरे क्वार्टर में बनाई 1-0 बढ़त चौथे क्वार्टर तक जारी रखी और सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, महज तीसरी बार भारतीय टीम ओलंपिक खेलने उतरी है और तीसरी बार में सेमीफाइनल तक का सफर तय कर लिया है। पहली बार 1980 में टीम चौथे नंबर पर रही थी और 2016 में रियो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम 12वें स्थान पर रही थी, लेकिन अब टोक्यो में जारी ओलंपिक खेलों में भारत टॉप 4 में फिनिश करेगा ये तो तय है, लेकिन भारत के पास पदक जीतने का भी मौका है।
Bureau Report
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