नईदिल्ली: कोर्णाक मंदिर देखना हो या फिर खजुराहो मंदिर या फिर कोई अन्य ऐतिहासिक इमारत। समय के अभाव के कारण अगर आप इन जगहों पर नहीं जा पा रहे हैं तो घबराने की जरूरत नहीं। कुछ ही दिनों बाद पंजाबी बाग इलाके के भारत दर्शन पार्क में पूरे देश की 17 ऐतिहासिक इमारतों के साथ ही चारों धाम की प्रतिकृतियां आपको रोशनी से जगमग दिखाई देगी। जी हां, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने पंजाबी बाग इलाके में छह एकड़ के क्षेत्र में इस पार्क का निर्माण किया है, जहां पूरे भारत की तस्वीर दिखाई देगी। पार्क का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और अक्टूबर के अंत तक इसे जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। इसे सराय काले खां स्थित सेवन वंडर पार्क की तर्ज पर बनाया गया है।
यहां पर इन ऐतिहासिक इमारतों की हैं प्रतिकृतियां
पार्क में कुतुबमीनार, ताजमहल, चारमीनार, गेटवे आफ इंडिया, कोर्णाक मंदिर, खजुराहो मंदिर, नालंदा मोनूमेंट्स, मैसूर पैलेस, मीनाक्षी मंदिर, हवामहल, हंपी, विक्टोरिया मेमोरियल, सांची स्तूप, गोल गुंबद, अजंता एलोरा की गुफाएं, मोहब्बत मकबरा-जूनागढ़ किला की प्रतिकृतियां यहां बनाई गई हैं। इसके अलावा बद्रीनाथ, द्वारिका, जगन्नाथपुरी, रामेश्वरम की प्रतिकृतियां भी यहां बनाई गई हैं। ये प्रतिकृतियां निगम स्टोर में बेकार पड़े कबाड़ जैसे कि पुराने वाहन, पंखे, लोहे की छड़ें, नट बोल्ट आदि द्वारा निर्मित की गई हैं।
करोड़ रुपये पार्क के निर्माण में आई है लागत
पार्क का निर्माण कार्य 90 फीसद पूरा हो गया है। बाकी 10 फीसद कार्य समय से पूरा कर लिया जाएगा। यह निगम की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे कोरोना संकट के बावजूद पूरा कर लिया गया है। अक्टूबर के अंत तक इसे जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।
कर्नल बीके ओबेराय, अध्यक्ष, स्थायी समिति, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम
इस पार्क के बनने से पंजाबी बाग का इलाका आकर्षण का केंद्र बन जाएगा। पार्क की खूबसूरती देखते ही बनती है। दिल्ली के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक स्थल यह हो जाएगा।
नरेंद्र चावला, पूर्व महापौर
पार्क में सैर व बच्चों के खेलने की सुविधा
इस पार्क में डेढ़ किलोमीटर लंबा ट्रैक बनाया जा रहा है। साथ ही बच्चों के खेलने की सुविधा के साथ-साथ लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लुत्फ उठा पाएंगे। इसके अलावा फूड कोर्ट भी है। पार्क की सुंदरता के लिए यहां झरने व छोटे तालाब भी बनाए जा रहे हैं। पार्क में पानी की जरूरत एसटीपी से पूरी की जाएगी। वहीं, कूड़े का निष्पादन भी जैविक तरीके से होगा।
रंग-बिरंगी रोशनी है आकर्षण
रात के समय ये सभी प्रतिकृतियां रंग-बिरंगी रोशनी से सभी का ध्यान आकर्षित करेंगी। यहां पर लाइटिंग की पूरी व्यवस्था की जा रही है। कुछ समय के अंतराल पर अपने आप ये प्रतिकृतियां अलग-अलग रंग की रोशनी से रोशन होती रहती हैं। रात के समय यहां का नजारा अद्भुत होता है।
करीब 16 करोड़ रुपये की आई है लागत
इस पार्क के निर्माण कार्य में 14 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान था, लेकिन इसमें कुछ बढ़ोतरी हो गई है। एक अनुमान के मुताबिक इसके पूरा होते-होते करीब 16 करोड़ रुपये की लागत आ जाएगी।
Bureau Report
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