नवजोत सिद्धू के इस्तीफे से पंजाब कांग्रेस में शुरू हुई राजनीतिक हलचल के बीच बुधवार को पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी ने कैबिनेट की बैठक ली। इसमें बिजली बिल को लेकर पंजाब सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसके बाद चन्नी ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया।
चन्नी ने एलान किया कि दो किलोवाट के डिफाल्टर उपभोक्ताओं के बिल सरकार भरेगी। 53 लाख परिवार ऐसे हैं जो बिल नहीं भर पा रहे हैं। इससे सरकार पर 1200 करोड़ का बोझ पड़ेगा। वहीं नवजोत सिद्धू के इस्तीफे पर चन्नी ने कहा कि विधायक परगट सिंह को सिद्धू को मनाने की जिम्मेदारी दी गई है।
सिद्धू को मनाने की कोशिशें जारी
इससे पहले मंगलवार देर रात तक नवजोत सिंह सिद्धू के पटियाला स्थित आवास पर गहमागहमी का माहौल बना रहा। उनके नजदीकी नेता उनसे मिलने आए। सिद्धू को उनके करीबी नेता लगातार मना रहे हैं कि वह अपना इस्तीफा वापस ले लें। सिद्धू को मनाने विधायक कुलजीत नागरा, विधायक इंद्रबीर बुलारिया, कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना, परगट सिंह, सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा, सुखपाल खैरा, सुखविंदर सिंह डैनी, अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग, निर्मल सिंह शुतराणा, बाबा हैनरी, कुलबीर सिंह जीरा भी पटियाला पहुंचे थे।
सिद्धू ने वीडियो से रखी अपनी बात
पंजाब कांग्रेस के प्रधान पद से इस्तीफे के बाद बुधवार को नवजोत सिद्धू ने एक वीडियो जारी कर अपनी बात रखी। सिद्धू ने कहा कि वे हक और सच की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मेरी किसी के साथ कोई व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता नहीं है। मेरा राजनीतिक करियर 17 साल का है, जो बदलाव लाने के लिए था। लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए था। यही मेरा धर्म है।
Bureau Report
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