कोलकाता: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के मंत्री पार्थ चटर्जी की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। दरअसल, आई-कोर चिटफंड घोटाले के सिलसिले में पूछताछ करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम उनके कोलकाता स्थित कार्यालय पर पहुंची है।
बता दें कि इससे पहले पार्थ चटर्जी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आई-कोर चिटफंड घोटाले में पूछताछ के लिए पेश होने के लिए कहा था। लेकिन उन्होंने वरिष्ठ नागरिक का हवाला देते हुए इससे इनकार कर दिया और कहा कि अगल सीबीआई उनके आवास या दफ्तर पर आकर पूछताछ करती है तो वह इसमें सहयोग करेंगे।
जानिए क्या है आई-कोर चिटफंड घोटाला
आई-कोर चिटफंड घोटाला का खुलासा साल 2015 में उस समय हुआ जब केंद्रीय जांच एजेंसी ने आई-कोर समूह के मालिक अनुकुल मैती को कथित तौर पर छोटे निवेशकों से 3,000 करोड़ रुपये के अवैध रूप से एकत्रित धन जुटाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। धन शोधन के आरोपों का सामना करने वाले मैती भुवनेश्वर की एक जेल में बंद थे, जहां नवंबर 2020 में उनकी मृत्यु हो गई।
Bureau Report
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