जिला परिषद में भाजपा 22 और पंचायत समिति में कांग्रेस 35 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, अपने गढ़ नागपुर में कमल मुरझाया

जिला परिषद में भाजपा 22 और पंचायत समिति में कांग्रेस 35 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, अपने गढ़ नागपुर में कमल मुरझाया

मुंबई : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महाराष्ट्र के छह जिलों की 85 जिला परिषद सीटों के उपचुनाव में 22 सीटों पर जीत हासिल की है। कांग्रेस को 144 पंचायत समिति सीटों में से 35 पर जीत हासिल हुई है। देर रात को राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी नतीजों में यह जानकारी दी गई है। इस हिसाब से जिला परिषद में भाजपा और पंचायत समिति में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

हालांकि, भाजपा को अपने ही गढ़ यानी नागपुर में हार का सामना करना पड़ा है। यहां कांग्रेस को सबसे ज्यादा 9 सीटें मिली हैं। वहीं महाविकास अघाड़ी का कुल आंकड़ा 46 के पार पहुंच गया है।

6 जिला परिषदों में धुले, नंदुरबार, अकोला, वाशिम, नागपुर और पालघर शामिल हैं। इसकी 84 खाली सीटों और 37 पंचायत समितियों की 141 सीटों पर मंगलवार को मतदान हुआ था और बुधवार को देर रात तक मतगणना हुई। इसके अलावा, एक जिला परिषद सीट और तीन पंचायत समिति वार्ड में उम्मीदवारों का निर्विरोध चुनाव हुआ।

महाविकास अघाड़ी को कुल मिलकर 46 सीटें मिलीं

पार्टीसीटें
भाजपा22
कांग्रेस19
NCP15
शिवसेना12
अन्य17
कुल सीटें85

अपने गढ़ नागपुर में हारी भाजपा
नागपुर जिला परिषद की 16 सीटों पर हुए उपचुनाव में ‌BJP को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस ने यहां नेता विपक्ष देवेन्द्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का सूपड़ा साफ करते हुए 9 सीटों पर जीत दर्ज की है। BJP के खाते में 3 और NCP के खाते में 2 सीटें आई हैं। 2 सीटों पर अन्य ने कब्जा जमाया है।

BJP को कांग्रेस ही रोक सकती है: नाना पटोले
नागपुर में कांग्रेस की जीत पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि जिला परिषद व पंचायत समिति चुनाव के परिणाम से साफ हो गया है कि BJP को सिर्फ कांग्रेस रोक सकती है। लोगों ने माना है कि देश में BJP के किसान विरोधी नीति, महंगाई, संविधान को खत्म करने की साजिश को कांग्रेस ही मुंहतोड़ जवाब दे सकती है। इसलिए लोगों ने हमारी पार्टी का समर्थन किया है।

रसातल में शिवसेना: देवेंद्र
भाजपा के परिणाम पर पूर्व CM और नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों में भाजपा नंबर एक की पार्टी के रूप में उभरी है, जबकि महाराष्ट्र विकास आघाडी में कांग्रेस-राको आगे बढ़ रही है और शिवसेना रसातल में जा रही है। इस पर शिवसेना को सोचना चाहिए।

जनता विरोधी भाजपा की नीतियों पर जनता ने किया प्रहार: चव्हाण
लोक निर्माण मंत्री, अशोक चव्हाण ने कहा कि मराठा आरक्षण और ओबीसी राजनीतिक आरक्षण पर अपने दोहरे मापदंड से भाजपा को जिला परिषद और पंचायत समिति उपचुनाव में बड़ा झटका लगा है, वोटर्स ने BJP की इन जनविरोधी नीतियों का करारा जवाब दिया है। नतीजे बताते हैं कि लोगों ने उन्हें नकार दिया है। इसने साबित कर दिया है कि लोग आघाड़ी सरकार के विकास कार्यों के साथ है।

पालघर में शिवसेना को बड़ा झटका
पालघर की वनई जिला परिषद सीट पर शिवसेना को बड़ा झटका लगा है। यहां से शिवसेना सांसद राजेंद्र गावित के बेटै रोहित गावत को कड़ी हार का सामना करना पड़ा है। वे तीसरे नंबर पर रहे। इस सीट से भाजपा के पंकज कोरे ने कांग्रेस की वर्षा वायडा को 412 वोटों से हरा दिया। शिवसेना के लिए यह प्रतिष्ठा की सीट मानी जा रही थी। शिवसेना ने इस सीट पर जीत के लिए सीनियर नेता और कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे समेत कई नेताओं को प्रचार में लगाया था।

पंचायत समिति उपचुनाव में निर्दलीयों के पास ज्यादा सीटें
पंचायत समिति की 144 सीटों पर हुए उपचुनाव में अन्य पार्टियों की अपेक्षा निर्दलीय उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर कांग्रेस और तीसरे स्थान पर भाजपा प्रत्याशी चुने गए हैं। शिवसेना चौथे और NCP पांचवें स्थान पर है।

पंचायत समितियों का चुनाव परिणाम

पार्टीसीटें
भाजपा33
शिवसेना22
NCP16
कांग्रेस35
अन्य38
कुल144

Bureau Report

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