आगरा: इस समय सभी हैरान हैं कि मार्च के महीने में ये हाल है तो मई और जून में क्या होगा। आगरा में मार्च में तापमान 130 साल का रिकार्ड तोड़ चुका है। उत्तर प्रदेश में आगरा इस समय सबसे गर्म शहर के रूप में दर्ज हो रहा है।
दूसरे नंबर पर झांसी और तीसरे नंबर पर प्रयागराज है। मई के महीने में चलने वाली लू, मार्च के महीने में ही चलने लगी है। दोपहर एक बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। ताजमहल घूमने आए पर्यटक बेहाल होने लगे हैं। मौसम विभाग ने आगामी समय में राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं जताई है।
1982 में पड़ी थी ऐसी गर्मी
गर्मी के मामले में आगरा यूपी के टॉप पांच शहरों में शामिल था लेकिन अधिकतम तापमान में आए उछाल के चलते यह अब नंबर वन पर पहुंच गया है। सन 1982 में मार्च के महीने में इतना तापमान था, जैसा इस साल देखने को मिल रहा है।
पांच साल पहले 29 मार्च 2017 को तापमान 39.7 डिग्री पर पहुंच गया था, जो रिकॉर्ड था, लेकिन इस साल मंगलवार को सुबह 10 बजे ही तापमान 39.9 डिग्री दर्ज हो चुका है।
दोपहर 12 बजे के बाद इसके 41 डिग्री को पार करने के आसार जताए जा रहे हैं। अधिकतम तापमान इस समय सामान्य से छह डिग्री अधिक और न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक है।
ये रहा प्रमुख शहरों में तापमान
शहर अधिकतम न्यूनतम
आगरा 41.4 19.5
झांसी 41.0 22.0
प्रयागराज 41.0 19.2
वाराणसी 40.2 19.2
बांदा 39.8 21.4
लू और गर्मी की वजह से छाता लेकर निकली युवती।
बुंदेलखंड की हवाएं यहां बरपा रहीं कहर
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस साल आगरा में अत्यधिक गर्मी पड़ने के कारणों में से एक ये है कि इस बार बुंदेलखंड, राजस्थान और दक्षिणी उत्तर प्रदेश की ओर से चल रही गर्म हवाएं यहां नमी को तेजी से खत्म कर रही है। इस कारण आगरा और आसपास के क्षेत्रों में पारा 41 डिग्री के पार पहुंच गया है।
30 मार्च के बाद होगा हाल और खराब
मौसम विभाग ने 30 मार्च से पारा और बढ़ने के आसार जताए हैं। इसके साथ ही लू का भी अलर्ट है। लू के थपेड़े सुबह 10 बजे से परेशान करने लगेंगे। हाल ये हो चुका है कि छत पर रखी टंकियों में से पानी गर्म आने लगा है। दिन तो छोडि़ए, अब रात को भी चैन नहीं है। पूरी रात एसी चलने लगे हैं।
तापमान पहुंचेगा 42 डिग्री पर
मौसम विभाग के पूर्वानुमान केंद्र के मुताबिक इस सप्ताह तापमान 42 डिग्री तक पहुंच सकता है। न केवल दिन, बल्कि रात में भी तपिश बनी रहेगी और सामान्य से पांच से सात डिग्री सेल्सियस तक तापमान में उछाल बना रहेगा।
क्यों पड़ रही है मार्च में इतनी गर्मी?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के अनुसार मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत में बनने वाला एंटी-साइक्लोन इस बार जल्दी बना है। पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय नहीं हुआ है, जिससे ठंडी हवाएं नहीं चल रही हैं। मार्च में देश के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ होने वाली बरसात भी नहीं हुई है।
ये हैं हीट स्ट्रोक के लक्षण
- शरीर का तापमान 101 फेरनहाइट से अधिक पहुंचना।
- पसीना निकलना बंद होना।
- बेहोशी छाना।
- हाथ पैरों में दर्द।
ये करें
- लू से बचने के लिए घर से खाली पेट न निकलें। मधुमेह और ह्रदय रोगियों को ज्यादा खतरा
- ताजा खाना खाएं। आम और पोदीना का पना, छाछ, नींबू की शिकंजी और प्याज का अधिक से अधिक उपयोग करें।
- तरबूज, खरबूज, खीरा आदि का सेवन अधिक करें।
- नीबू शिकंजी, नारियल पानी, छाछ और लस्सी का सेवन करें।
- चिकनाई युक्त भोजन का सेवन कम करें।
- धूप से बचें।
Bureau Report
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