जालंधर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम द्वारा पूछताछ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। बताया जातााहै कि चन्नी ने पूछताछ में ईडी के अधिकतर सवालों के गोलमोल जवाब दिए और इनसे पल्ला झाड़ा। ऐसे में संकेत मिल रहे हैं कि ईडी चन्नी को दोबारा समन जारी कर जलब कर सकती है। उधर, कांग्रेस ने भी चन्नी के मामले में किनारा कर लिया है और पार्टी का कोई नेता उनके समर्थन में आगे नहीं आया है।
बता दें कि चन्नी अवैध रेत खनन, अधिकारियों की ट्रांसफर व पोस्टिंग के मामले में वसूली के मामले में ईडी के समक्ष पेश हुए। चन्नी ईडी दफ्तर में पेश हुए और उनसे करीब साढ़े पांच घंटे तक पूछताछ हुई। पूछताछ में चन्नी के रुख के कारण ईडी द्वारा चन्नी को पूछताछ के लिए फिर से बुलाए जाने की तैयारी की जा रही है और उन्हें फिर समन किया जा सकता है।
ईडी के सूत्रों के अनुसार चन्नी से पहला सवाल यही था कि उनके भांजे से मिले 10 करोड़ रुपये किसके थे? चन्नी ने इससे अपना पल्ला झाड़ लिया। फिर यह पूछा गया कि भांजे के कहने पर उन्होंने कितने अधिकारियों की ट्रांसफर व पोस्टिं की? चन्नी ने इस बारे में कोई जानकारी होने से इन्कार किया। उनसे अगला सवाल यह किया गया कि क्या ट्रांसफर व पोस्टिंग के बदले करोड़ों रुपये की धनराशि वसूली गई? इसका जवाब देने में भी चन्नी असहज रहे। करीब साढ़े पांच घंटे तक चली पूछताछ के बाद उन्हें जाने दिया गया।
चन्नी ने बातचीत में कहा कि उन्हें ईडी ने जांच के लिए बुलाया था। वह ईडी की जांच में शामिल होने के लिए जालंधर दफ्तर गए थे और ईडी के सभी सवालों के जवाब भी दे दिए। ईडी की तरफ से उन्हें दोबारा समन जारी नहीं किया गया है। इसलिए अब जांच में शामिल होने का मतलब नहीं बनता है।
निजी गाड़ी में पहुंचे ईडी दफ्तर
समन की सूचना सार्वजनिक न हो जाए इसलिए चन्नी पहले जालंधर के एक बड़े संस्थान में पहुंचे। अपनी सुरक्षा टीम को वहीं छोड़कर निजी गाड़ी से ईडी दफ्तर पहुंचे। शाम को वह फिर उसी जगह पहुंचे जहां सुरक्षा टीम को छोड़ा था और वहीं से वापस खरड़ गए। चन्नी के ईडी दफ्तर में पेश होने की सूचना उनके सुरक्षा कर्मियों को भी नहीं थी।
सीएम भगवंत मान बोले- जो कर्म किए हैं भुगतने पड़ेंगे
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चन्नी को घेरते हुए कहा कि जो कर्म किए हैं, वह भुगतने ही पड़ेंगे। इससे पहले कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ और नवजोत सिंह सिद्धू भी चन्नी पर सवाल उठा चुके हैं। सिद्धू ने हार का ठीकरा चन्नी के सिर फोड़ा था तो जाखड़ ने कहा था कि करोड़ों रुपये जिनके ठिकानों से मिल रहे हैं, वे गरीब कैसे हो सकते हैं?
हनी मामले की सुनवाई 20 अप्रैल को
चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह हनी की गिरफ्तारी के बाद 31 मार्च को ईडी द्वारा जालंधर की अदालत में पेश किए गए चालान के मामले में अगली सुनवाई 20 अप्रैल को होगी। हनी ने जमानत के लिए याचिका भी दायर की हुई है।
चन्नी खुद को दे रहे हैं क्लीनचिट : आप
उधर, चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी ने चन्नी पर हमला किया। चन्नी के ईडी की पूछताछ के बाद दिए गए बयान को हास्यास्पद बताते हुए आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता मालविंदर सिंह कंग ने कहा कि चन्नी खुद को क्लीनचिट दे रहे हैं और कह रहे हैं कि ईडी उनके जवाब से संतुष्ट है। वह भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
कंग ने कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह चन्नी के भ्रष्टाचार के साथ खड़ी है? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंंग से सवाल किया कि क्या अवैध रेत माफिया में वह भी चन्नी के साथ 75:25 के हिस्सेदार थे? अगर नहीं थे तो क्या चन्नी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएंगे? कांग्रेस को जल्द अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
कानून के दायरे में हो रही पूछताछ : अश्विनी शर्मा
फतेहगढ़ साहिब के सरहिंद में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अश्वनी शर्मा ने कहा कि ईडी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी से कानून के दायरे में रहकर पूछताछ की जा रही है। सरहिंद में डा. भीम राव आंबेडकर जयंती पर आयोजित समारोह में पहुंचे शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश में कोई भी व्यक्ति कितना भी बड़ा क्यों न हो, वह कानून से ऊपर नहीं है।
Bureau Report
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