नईदिल्ली: भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि RBI ने भारत के सभी बैंकों के सभी एटीएम में कार्डलेस नकद निकासी की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया है। आरबीआई गवर्नर तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति की बैठक में किए गए फैसलों की घोषणा कर रहे थे। दास ने कहा कि यह सुविधा यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस या यूपीआई के जरिए उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है।
मौजूदा समय में एटीएम के माध्यम से कार्डलेस नकद निकासी की सुविधा केवल कुछ बैंकों तक ही सीमित है। अब यूपीआई का उपयोग करते हुए सभी बैंकों और एटीएम नेटवर्क पर कार्डलेस नकद निकासी की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। आरबीआई गवर्नर ने कहा, लेनदेन में आसानी के लिए और ऐसे लेनदेन के लिए भौतिक कार्ड की आवश्यकता नहीं होने से कार्ड स्किमिंग, कार्ड क्लोनिंग आदि धोखाधड़ी को रोकने में मदद मिलेगी। शक्तिकांत दास ने यह भी घोषणा की कि आरबीआई विनियमित संस्थाओं में ग्राहक सेवा मानकों की समीक्षा करेगा।
कार्डलेस नकद निकासी सुविधा क्या है?
जैसा कि नाम से पता चलता है कि कार्डलेस नकद निकासी सुविधा के लिए बैंक ग्राहक को एटीएम से नकदी निकालते समय अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करना होगा। यह सिस्टम मौजूदा समय में विभिन्न बैंकों में उपलब्ध है और इसे कोविड -19 महामारी को देखते हुए लाया गया था जब कई लोग एटीएम में नहीं जाना चाहते थे।
एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा सहित विभिन्न बैंकों के कार्डधारक अपने फोन के माध्यम से अपने डेबिट कार्ड के बिना भी नकदी निकाल सकते हैं। कार्डधारक को ज्यादातर मोबाइल बैंकिंग ऐप का उपयोग करना पड़ता है और एटीएम से नकदी निकालने का अनुरोध करना पड़ता है यदि उनके पास डेबिट कार्ड नहीं है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह सिस्टम एटीएम धोखाधड़ी पर अंकुश लगाएगी, क्योंकि इसमें नकदी निकालने के लिए मोबाइल पिन का उपयोग किया जाता है, कार्ड रहित नकद निकासी सिस्टम काम करे इसके लिए यूपीआई सुविधा का उपयोग करना पड़ता है।
Bureau Report
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