Modi-Johnson Meet: राष्ट्रपति भवन पहुंचने पर PM मोदी ने किया जानसन का स्वागत, ब्रिटिश पीएम बोले- थैंक्यू

Modi-Johnson Meet: राष्ट्रपति भवन पहुंचने पर PM मोदी ने किया जानसन का स्वागत, ब्रिटिश पीएम बोले- थैंक्यू

नईदिल्ली: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। ब्रिटिश पीएम गुरुवार को अहमदाबाद पहुंचे थे। शु्क्रवार को वह पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। जानसन दिल्ली पहुंच चुके हैं। इस दौरान 100 अरब रुपये के निवेश के करार होने की उम्मीद जताई जा रही है।

राष्ट्रपति भवन में जोरदार स्वागत

ब्रिटिश पीएम शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति भवन पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान पत्रकारों से उन्होंने कहा, ‘शानदार स्वागत के लिए धन्यवाद। मुझे नहीं लगता कि चीजें हमारे बीच कभी उतनी मजबूत या अच्छी रही हैं जितनी अभी हैं।’ इसके बाद जानसन ने राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित की और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।

रूस-यूक्रेन युद्ध पर बातचीत संभव

बताया जा रहा है कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर भी बातचीत की संभावना है। यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद बदलती वैश्विक व्यवस्था और वैश्विक अर्थव्यवस्था में हो रहे बदलाव को देखते हुए भारत और ब्रिटेन किस तरह से अपने द्विपक्षीय रिश्तों को आगे बढ़ाएं, यह इन नेताओं के बीच होने वाली वार्ता का एक अहम हिस्सा होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ जानसन की बातचीत का मुख्य फोकस हिंद-प्रशांत की स्थिति पर होगा क्योंकि ब्रिटेन इस क्षेत्र में किसी भी तरह की जबरदस्ती का कड़ा विरोध करता है।

रूस के साथ संबंधों पर दबान डालने से बचेंगे जानसन

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा में जब भारत ने रूस के पक्ष में वोटिंग से अनुपस्थित रहने का फैसला किया था तब जानसन सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्रियों ने तल्खी भरी टिप्पणी की थी, लेकिन अमेरिका में टू प्लस टू वार्ता में भारत के दो टूक जवाब ने माहौल बदल दिया है। इसके मद्देनजर रूस के साथ संबंधों को लेकर जानसन कोई दबाव डालने से बचेंगे।

इससे पहले जानसन गुरुवार को अहमदाबाद में साबरमती आश्रम पहुंचे। उन्होंने महात्मा गांधी को असाधारण व्यक्ति बताया। पंचमहल में नई जेसीबी फैक्ट्री का दौरा करने पहुंचे ब्रिटिश पीएम ने कहा कि भारत और ब्र‍िटेन को सुरक्षा और रक्षा साझेदारी को गहरा करना चाहिए। भारत और यूके दोनों दुनिया भर में निरंकुशता के बारे में चिंताओं को साझा करते हैं, हम दोनों लोकतंत्र हैं और हम एक साथ रहना चाहते हैं।

Bureau Repory

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