मंगलुरु: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक नेता द्वारा कर्नाटक के मंगलुरु में राम मंदिर की तर्ज पर आंदोलन की चेतावनी दिए जाने के बाद मंगलवार रात से जुमा मस्जिद की 500 मीटर की सीमा के भीतर बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नेता ने दावा किया है कि मस्जिद के नीचे की संरचना मंदिर जैसी है। नेता का दावा है कि मस्जिद में बीती 21 अप्रैल से मरम्मत कार्य के दौरान इसका पता चला है।
विहिप नेता की धमकी के बाद राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने मंगलवार रात आठ बजे से गुरुवार सुबह आठ बजे तक धारा 144 लागू कर दी गई है। नेता का दावा है कि पिछले महीने मंगलुरु के मलाली इलाके में स्थित जुमा मस्जिद में नवीनीकरण कार्य के दौरान अधिकारियों को मस्जिद के नीचे मंदिर जैसी संरचना मिली है।
रविवार को विहिप द्वारा आयोजित एक बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 26 मई से पहले गांव में ‘थंबुला प्रश्न’ की रस्म होगी, इसके बाद हिंदू देवताओं की उपस्थिति का पता लगाने के लिए ‘अष्टमंगला प्रशन’ का आयोजन किया जाएगा।
एएनआई के मुताबिक, बुधवार को वीएचपी और बजरंग दल ने मलाली में श्री रामंजनेय भजन मंदिर में ‘तंबुला प्रश्न’ का शांतिपूर्वक अनुष्ठान किया गया। इस दौरान क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त बल तैनात किए गए थे। मंगलुरु के पुलिस आयुक्त एनएस कुमार ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्थिति नियंत्रण में रहेगी क्योंकि दोनों पक्षों ने अदालत में मामला लड़ने का फैसला लिया है।
विहिप नेता के मुताबिक, “यहां सभी हिंदू दृढ़ता से मानते हैं कि निश्चित रूप से यह एक मंदिर था। इन सभी रस्मों के बाद हम जगह फिर से हासिल करने के लिए एक कमेटी बनाएंगे। यह लड़ाई राम मंदिर अभियान की तरह लड़ी जाएगी। ” वहीं, स्थानीय भाजपा विधायक भरत शेट्टी ने संवाददाताओं से कहा, “पुरातत्व विभाग को सच्चाई का पता लगाने के लिए मस्जिद का सर्वेक्षण करना चाहिए।”
Bureau Report
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