गृहमंत्री अमित शाह ने अपने दो दिनी बिहार दौरे के दूसरे दिन आज सुबह किशनगंज स्थित बूढ़ी काली मंदिर में पूजा से शुरुआत की। शाह ने दोपहर में एसएसबी की पांच सीमा चौकियों का उदघाटन भी किया। इस मौके पर उन्होंने जैसी खुली सीमा (नेपाल व भूटान) से देश को खतरे भी गिनाए। उन्होंने कहा कि इन देशों से दोस्ताना रिश्तों के बाद भी कुछ तत्व काली कमाई के लिए तस्करी को जरिया बनाते हैं।
शाह ने सीमा सशस्त्र बल के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में बैठकर कोई सोचता है कि आपका सबसे आसान काम है, हमारे दोनों देशों नेपाल और भूटान के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। लेकिन जब कोई सीमा पर आता है तो उसे पता चलता है कि आपकी सबसे कठिन ड्यूटी है। यह एक खुली सीमा है। उन्होंने कहा कि खुली सीमा हो तो जिम्मेदारी बढ़ जाती है। रिश्ते कितने भी दोस्ताना हों, भले ही पड़ोसी देशों के इरादे गलत न हों, लेकिन समाज में कुछ ऐसे तत्व हैं जो अनधिकृत कमाई के लिए खुली सीमाओं का इस्तेमाल करते हैं। चाहे वह तस्करी, पशु तस्करी या घुसपैठ हो।
बिहार व झारखंड में नक्सवाद खत्म: शाह
शाह ने कहा कि एसएसबी के जवानों ने पूर्वोत्तर में नक्सलवाद के खिलाफ कड़ी लड़ाई लड़ी है। इसके कारण बिहार और झारखंड क्षेत्रों में नक्सलवाद समाप्त होने के कगार पर है। हम यह भी कह सकते हैं कि यह यहां समाप्त हो गया है।
माना जा रहा है कि वरिष्ठ भाजपा नेता शाह 2024 के आम चुनाव की तैयारियों के लिए सीमांचल जैसे संवेदनशील इलाके के दौरे पर हैं। शाह ने किशनगंज के प्रसिद्ध बूढ़ी काली मंदिर में पूजा से दिन की शुरुआत की। बूढ़ी काली मंदिर लंबे समय से हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता रहा है। किशनगंज में 50 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी है। शाह ने शुक्रवार रात यहीं बिताई थी।
नवाब ने दान की थी मंदिर की जमीन
भाजपा की बिहार इकाई ने शाह का मंदिर में आरती करते हुए और पुजारियों से आशीर्वाद लेते हुए एक वीडियो साझा किया है। इसके बारे में कहा जाता है कि यह 100 साल से अधिक पुराना है और एक मुस्लिम नवाब द्वारा दान की गई भूमि पर बनाया गया है। गृह मंत्री शाह दो दिनी बिहार यात्रा पर शुक्रवार दोपहर पूर्णिया जिले में पहुंचे थे। उन्होंने भाजपा की रैली के साथ यात्रा शुरू की थी और शाम को किशनगंज पहुंचे और राज्य के विधायकों, सांसदों और अन्य पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की।
नीतीश और लालू पर बोला था हमला
इससे पहले कल अमित शाह ने पूर्णिया में लालू यादव व नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने लालू यादव को नसीहत दी कि कहीं नीतीश कुमार फिर से पाला न बदल लें। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में जंगलराज वापस लौट आया है, आने वाले चुनाव में बिहार में भाजपा की सरकार बनेगी।
…जब नाराज हुए गिरिराज, नेताओं ने की मान मनौव्वल
गृह मंत्री शाह ने शुक्रवार को किशनगंज में भाजपा नेताओं के साथ बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को सुरक्षा कारणों से वहां जाने से रोक दिया। इससे वे खफा हो गए। बैठक के लिए सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी की गई थी। अंदर सिर्फ उन्हीं लोगों को जाने दिया जा रहा था, जिन्हें पास उपलब्ध कराया गया था। इस बैठक में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी पहुंचे, लेकिन बैठक का पास न होने के कारण सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया। इसके बाद वे भड़क गए और वापस सर्किट हाउस चले गए। सिंह इतने नाराज हो गए कि उन्होंने बैठक में आने से ही मना कर दिया। इसके बाद भाजपा के बड़े नेताओं में प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, पूर्व डिप्टी सीएम ताराकिशोर प्रसाद समेत अन्य नेताओं ने उनसे मान-मनौव्वल की, तब जाकर गिरिराज सिंह माने और बैठक में शामिल हुए।
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