कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में उतने के लिए शशि थरूर ने तैयारी तेज कर दी है। दरअसल, आज उन्होंने अपने प्रतिनिधि को भेजकर केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से नामांकन पत्र मंगवा लिया है। एक और बड़ी जानकारी सामने आई है कि थरूर ने उम्मीदवारी के लिए भेजे गए एक अनुरोध पत्र में नामांकन पत्र के पांच सेट देने का अनुरोध किया है। बता दें कि राहुल के अध्यक्ष न बनने के फैसला से अब यह साफ हो गया है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष 24 साल बाद गैर गांधी होगा।
थरूर और गहलोत में टक्कर होना तय
गांधी परिवार के किसी भी सदस्य के चुनाव नहीं लड़ने के बाद अब माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केरल के सांसद शशि थरूर के बीच होना है तय है।
सितंबर से ही थरूर के नाम की थी चर्चा
कांग्रेस के जी-23 ग्रुप में शामिल रहे शशि थरूर पहले राजनयिक भी रह चुके हैं और संयुक्त राष्ट्र महासचिव पद का चुनाव भी लड़ चुके हैं। उनकी उम्मीदवारी को लेकर अटकलों को तब बल मिला जब थरूर ने एक ट्वीट के जरिए कांग्रेस के युवा सदस्यों की तरफ से पार्टी में सुधार की मांग वाली चिट्ठी का समर्थन कर दिया। जिस याचिका का थरूर ने समर्थन किया, उसमें अध्यक्ष पद के लिए खड़े होने वालों से अपील की गई है कि वे कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) में कांग्रेस की ब्लॉक समितियों के सदस्यों को भी शामिल करेंगे। यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर के नाम की चर्चा हो रही है। सितंबर की शुरुआत में ही जब उनसे अध्यक्ष पद के लिए खड़े होने पर सवाल किया गया तो थरूर ने कहा था कि वे पार्टी में चुनाव के एलान से काफी खुश हैं और इसका स्वागत करते हैं। थरूर ने कहा था कि यह पार्टी के लिए काफी अच्छा होगा।
17 अक्तूबर को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव
कांग्रेस में 17 अक्तूबर को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है। 19 अक्तूबर को नतीजे आ जाएंगे। चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी कर दी गई है। 24 सितंबर से 30 सितंबर तक इसके लिए नामांकन दाखिल किया जा सकेगा। अगर सबकुछ तय कार्यक्रम के तहत हुआ तो 19 अक्तूबर को कांग्रेस का अगला अध्यक्ष मिल जाएगा।
जयराम रमेश ने दी कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव पर टिप्पणी करने से बचने की सलाह
इससे पहले, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी प्रवक्ताओं और संचार विभाग के पदाधिकारियों को चुनाव लड़ने वाले किसी भी सहयोगी पर टिप्पणी करने से परहेज करने को कहा था। वहीं सिंघवी ने ट्वीट किया कि जयराम रमेश से पूरी तरह सहमत हूं। साथी नेताओं को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आवेदन करने वाले अपने पार्टी सहयोगियों पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें निष्पक्ष विचार वाले लोकतांत्रिक मुक्त भाषण मूल्यों को बनाए रखना चाहिए, जिसका पार्टी ने हमेशा समर्थन किया है।
Bureau Report
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